Groundwater level falling rapidly across the country
राजस्थान में 4 लाख 80 हजार तो देशभर में 98 लाख जल सरंक्षण एवं जल संचयन संरचनाओं का हुआ निर्माणः- मदन राठौड़
सांसद मदन राठौड़ ने भूजल सरंक्षण की दिशा में किए जा कार्याें को लेकर लगाए गए सवाल का जलशक्ति राज्य मंत्री राज भूषण चौधरी ने दिया जवाब
अजय सिंह (चिंटू)
जयपुर-स्मार्ट हलचल/राज्यसभा सांसद और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने बताया कि राजस्थान सहित देशभर में तेजी से भूजल स्तर गिरता जा रहा है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल संरक्षण और भूजल स्तर को बढ़ाने की दिशा में सराहनीय कार्य करते हुए राजस्थान में 4 लाख 80 हजार तो देशभर में 98 लाख जल संरक्षण एवं वर्षा जल संचयन सरंचनाओं को निर्माण करवाया है। इतना ही नहीं, मोदी सरकार द्वारा राजस्थान सहित देश के 7 राज्यों के जल की कमी वाले 80 जिलों में भूजल प्रबंधन के लिए समुदाय आधारित योजनाओं तक को शुरू करने का ऐतिहासिक कार्य किया है। राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ द्वारा देशभर में तेजी से गिरते भूजल स्तर के विषय पर लगाए गए सवाल के जवाब में जल शक्ति राज्य मंत्री राज भूषण चौधरी ने ये जानकारी दी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने बताया कि केेंद्र सरकार की ओर से 2019 से देशभर में जल शक्ति अभियान का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इस अभियान के तहत देश भर में वर्षा जल संचयन, जल संरक्षण, कृत्रिम पुनर्भरण संरचनाएं तैयार करने जैसी विभिन्न गतिविधियों को चलाया जा रहा है। जल शक्ति अभियान 2024 के तहत राजस्थान के जल कमी वाले 10 जिलों सहित देशभर के 151 जिलों में विशेष रूप से जल सरंक्षण के लिए कार्य किए जा रहे है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से भूजल के कृत्रिम पुनर्भरण संबंधी मास्टर प्लान 2020 को राजस्थान सहित देशभर के लिए लागू किया गया। इसमें देशभर में 185 बिलियन घन मीटर जल के लिए 1.42 करोड़ वर्षा जल संचयन और कृत्रिम पुनर्भरण संरचनाओं का निर्माण की व्यापक रूपरेखा तैयार की गई है। वहीं केंद्रीय भूमि जल बोर्ड की ओर से राजस्थान के जोधपुर, जैसलमेर और सीकर सहित राजस्थान के चयनित जल कमी वाले जिलों में बांध, चेक बांध, एनीकट और तालाबों का पुनर्भरण और निर्माण करवाया जा रहा है। केंद्र सरकार की ओर से मिशन अमृत सरोवर अभियान के तहत राजस्थान सहित देश के प्रत्येक जिले में कम से कम 75 जल निकायों का विकास और पुनरूद्धार किया जा रहा है। इस योजना के तहत देशभर में करीबन 69 हजार से अधिक अमृत सरोवर का निर्माण या पुनरूद्धार किया जा चुका है।