guru gobind singh festival
योगेश कुमार गुप्ता
चाकसू (स्मार्ट हलचल) चाकसू में स्थित गुरूद्वारा श्री सिंह सभा पर श्रद्धालुओं द्वारा सवेरे ही शब्द कीर्तन एवं अरदास का कार्यक्रम आरंभ हो गया। इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं को गुरु गोविंद सिंह जी की जीवनी के बारे में जानकारी देते हुए सभा की अध्यक्ष श्रीमती आज्ञा कोर ने बताया कि उनमें असीम त्याग
और समर्पण करने की भावना, अन्याय से साहस के साथ मुकाबला, सम्पूर्ण मानवजाति में बिना भेदभाव के अटूट प्यार भरा हुआ था। आततायी मुगलों से जीवन भर संघर्ष करते हुए बलिदान देने में उनके बराबर कोई नहीं दिखाई देता। उन्होंने बताया कि इतिहास गवाह है गुरु गोविंद सिंह जी ने देश और धर्म की रक्षार्थ पिता तेग बहादुर जी की कुर्बानी दी, दो बड़े
शहजादों को रणभूमि में शहीदी का अमर जाम पीने भेजा, अपने दो मासूम बच्चों के दीवार में जिन्दा चुनते हुए देखा। इस प्रकार अपना सर्वस्व बलिदान करने वाले दशम गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना करते हुए श्री गुरु ग्रंथ साहिब को गुरु मानने का आदेश दिया। हम सभी को उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलना होगा। कार्यक्रम में उपस्थित एडवोकेट हरप्रीत सिंह ने बताया कि बालकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। सतपाल सिंह, परमजीत सिंह, राजवीरसिंह सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे ।सभी ने लंगर प्रसादी ग्रहण की।