एक ही कॉम्प्लेक्स था, वह भी पिछले काफी समय से बंद
भीलवाड़ा ( राजेश जीनगर ) । जिले के सबसे बड़े राजकीय अस्पताल महात्मा गांधी हॉस्पिटल परिसर में जहां एक और चारों और विस्तार देखने को मिल रहा है। वहीं इस विस्तार के बीच यहां पर सुविधाओं का नहीं होना महिलाओं के लिए बड़ी दुविधा बनकर परेशानी का सबब बना हुआ है। एक सुलभ कॉम्प्लेक्स था, उस पर भी पिछले कई समय से ताला पड़ा हुआ है। जानकार सुत्रो की मानें तो उसे बंद कर दिया गया है और जल्द ही उसे तोड़ा जाएगा। जबकि पुरे हॉस्पिटल परिसर में और कहीं भी सुविधा घर नहीं बना हुआ है। चिकित्सक को दिखाने हॉस्पिटल पहुंची रायला निवासी शांती, मांडल की बीमला, पटेलनगर की सरिता और सवाईपुर की धापु देवी ने बताया की उन्हें हॉस्पिटल परिसर में कहीं भी सुविधा घर देखने को नहीं मिला। मानव सेवा मेडिकल के बाहर खड़ी इन महिलाओं ने अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए कहा की ये सिर्फ हमारी परेशानी नहीं है। बल्कि इतने बड़े हॉस्पिटल परिसर में सुविधाओं का नहीं होना यहां आने वाली हर महिला के लिए परेशानी से कम नहीं है। ऐसे में उनको लघुशंका के लिए शर्मशार होते हुए इधर उधर भटकना पड़ता है तो लज्जा भी सहन करनी पड़ती है। चिकित्सालय प्रशासन ने मरीजों को बेहतर उपचार के लिए, जांचों के लिए, जटिल ऑपरेशन के लिए युं तो अत्याधुनिक सुविधाओं में इजाफा कर दिया। लेकिन इन सबके बीच अन्य सुविधाओं को दरकिनार कर दिए जाने से महिलाओं को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
चौकी के बाहर बने टॉयलेट में जाने से हिचकिचाहट
एमजी हॉस्पिटल परिसर में बनी पुलिस चौकी के बाहर बने टॉयलेट में महिलाएं जानें से हिचकिचाहट महसूस करती है तो डांटते हुए कोई कुछ कह नहीं दे, उपर से इसका डर भी बना रहता है। ये बात भी उक्त महिलाओं ने अपनी बातचीत में जाहिर की।मांडल की बीमला व पटेलनगर की सरिता ने कहा की एक और राज्य व केंद्र सरकार खुले क्षेत्रों को शौच मुक्त करने के शहरी क्षेत्र व ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय तैयार करवा रही है। उससे विपरीत यहां की परिस्थितियां हैरान कर देने वाली है तो चिंतनीय भी की आखिर चिकित्सालय प्रबंधन ने इस और ध्यान क्यों नहीं दिया ??