मंगरोप।भू-प्रबंध विभाग हमीरगढ़ द्वारा तहसील क्षेत्र में भारत सरकार की डीआईएलआरएमपी (डिजिटल इंडिया लैंड रिकॉर्ड्स मॉडर्नाइजेशन प्रोग्राम) योजनान्तर्गत सर्वे-रिसर्वे का कार्य प्रगति पर है। इसी क्रम में तहसील हमीरगढ़ के विभिन्न राजस्व ग्रामों में फार्म नंबर-7 (पर्चा नोटिस) का वितरण कर काश्तकारों एवं खातेदारों से आपत्तियां आमंत्रित की जा रही हैं।तहसील हमीरगढ़ के राजस्व ग्राम नाथड़ियास,झौपड़िया,कीरो की झौपड़िया,बिलियाकलां,गुवारड़ी,बरसोलिया,पातलिसास एवं दलेलसिंह का खेड़ा में संबंधित ग्रामों में कैंप आयोजित कर फार्म-7 पर्चा नोटिस काश्तकारों को वितरित किए गए हैं।इस संबंध में तहसीलदार एवं सहायक भू-अभिलेख अधिकारी भंवरलाल सेन ने बताया कि इन ग्रामों के कुछ काश्तकार तहसील हमीरगढ़ क्षेत्र में निवास नहीं करते हैं,बल्कि अन्य तहसीलों अथवा अन्य जिलों में रहते हैं। साथ ही जमाबंदी रिकॉर्ड में पते अपूर्ण अथवा अस्पष्ट होने के कारण पर्चा नोटिस वितरण में कठिनाइयां आ रही हैं।उन्होंने बताया कि जिन काश्तकारों अथवा खातेदारों को अब तक पर्चा नोटिस प्राप्त नहीं हुआ है,वे दिनांक 18 दिसंबर,2025 तक तहसील कार्यालय हमीरगढ़ से स्वयं उपस्थित होकर पर्चा नोटिस प्राप्त कर सकते हैं तथा निर्धारित समयावधि में अपनी आपत्तियां प्रस्तुत कर सकते हैं।वर्तमान में मंगरोप,खैराबाद एवं औज्याड़ा ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर राजस्व टीम,भू-प्रबंध विभाग एवं संबंधित कंपनी के कार्मिकों द्वारा संयुक्त रूप से कैंप लगाकर पर्चा नोटिस वितरण का कार्य किया जा रहा है।तहसीलदार ने संबंधित काश्तकारों से अपील की है कि वे अपनी-अपनी ग्राम पंचायत मुख्यालय पर कार्यरत टीम से संपर्क कर पर्चा नोटिस प्राप्त करें,ताकि भूमि रिकॉर्ड में किसी भी प्रकार की त्रुटि का समय रहते निराकरण किया जा सके और सर्वे-रिसर्वे प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूर्ण किया जा सके।


