मुकेश खटीक
मंगरोप।हमीरगढ़ नगरपालिका को हटाने की कोशिशों का विरोध शुरू हो गया है।इसका असर मंगलवार को देखने को मिला है।बड़ी संख्या में कस्बे के वाशिंदों ने उपखण्ड कार्यालय पहुंचकर नगरपालिका को हटाने का विरोध जताते हुए उसे यथावत रखने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन दिया है।ज्ञापन में लोगों ने बताया कि हमीरगढ़ को पुनः ग्राम पंचायत बनाने की मांग ने गांव के कुछ लोगों की हमीरगढ़ को विकासशील बनाने में रोड़ा पैदा करने जैसी विकृत मानसिकता को उजागर किया है।ऐसे लोग पिछले दो सालों से नगरपालिका को भंग करने व इसे हटाकर पुनः ग्राम पंचायत बनाने की कुटिल योजनाएं बना रहे है जबकि असल में नगरपालिका बनने के बाद हमीरगढ़ कस्बे की कायाकल्प हुई है।लोगों को वे सभी सुविधाएं मिल रही है जिसके सही मायने में कस्बे के लोग हकदार है।नगरपालिका से पूर्व ग्राम पंचायत के समय लोग इसे क्रमोन्नत कराने के लिए सालों से प्रयास कर रहे थे जिसके फलस्वरूप दो साल पूर्व हमीरगढ़ का नगरपालिका के रूप में गठन किया गया था।फिर भी कम समय में पालिका ने अपने दमपर कस्बे एवं इससे जुड़े गांवों को विकसित करने के सभी मापदंडों में कोई कसर नहीं छोड़ी है।जहां लोग आगे बढ़ने की मंशा रखते है वही कुछ लोग पुनः जीरो पर सिमटने की सोच रखते है।वर्तमान समय में शमशान घाट में गार्डन का विकास हो रहा है। शहर में जगह-जगह कचरा पात्र लगाए गए हैं। रोड लाइट लगाकर रोशनी की व्यवस्था की गई है। लोगों का कहना है कि नगरपालिका के कारण सभी जरूरी सुविधाएं समय पर मिल रही हैं।लोग नगरपालिका के कार्यों से संतुष्ट हैं। शहर में सड़क, नाली और कचरा निस्तारण का काम लगातार चल रहा है। कचरा वाहन नियमित रूप से आ रहे हैं। पीने के पानी और बिजली की व्यवस्था भी सुचारू है। किसी भी समस्या का समाधान तुरंत किया जा रहा है।
ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया कि कुछ भूमाफिया लोगों को भड़का रहे हैं और नगरपालिका के खिलाफ माहौल बना रहे हैं। जबकि आम जनता नगरपालिका से खुश है और कोई बदलाव नहीं चाहती। लोगों ने मांग की है कि नगरपालिका हमीरगढ़ को यथावत रखा जाए।लोगों का कहना है कि कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ साधने के लिए नगरपालिका को निरस्त करवाना चाहते हैं।वे लोगों से जबरन हस्ताक्षर करवा रहे हैं और जनता को गुमराह कर रहे हैं।