भीलवाड़ा, 17 अप्रैल। जल है तो जीवन है — इसी संदेश को लेकर आज भीलवाड़ा शहर में एक नई उम्मीद की धार बही। भीलवाड़ा शहर महिला मंडल के तत्वावधान में “जल सरीता” नामक जल संरक्षण परियोजना का भव्य उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन श्रद्धा और सामाजिक जिम्मेदारी के माहौल में आदिनाथ जैन मंदिर परिसर में संपन्न हुआ। महामंत्री अर्पिता खमेसरा ने बताया की कार्यक्रम की शुरुआत महामंत्र नवकार मंत्र की ध्वनि से की गई।
कार्यक्रम की मुख्य प्रेरणा महिला मंडल की अध्यक्षा श्रीमती मधु लोढ़ा रहीं, जिन्होंने उपस्थितजनों को जल की महत्ता समझाते हुए कहा, “पानी केवल एक संसाधन नहीं, बल्कि हर प्राणी के जीवन का आधार है। जल सरीता इस सोच को जागृत करने का एक प्रयास है, ताकि हम अपनी धरती को जल-समृद्ध और संतुलित बना सकें।” कोषाध्यक्ष रेखा डांगी ने बताया कि कार्यक्रम हेमंत लीला जी कोठारी की अध्यक्षता व मुख्य अतिथि के रूप में अनिल जी कोठारी के सानिध्य में कार्यक्रम करवाया गया। इस अवसर पर श्री संघ के वरिष्ठ मार्गदर्शक नाथूलाल छाजेड़, महामंत्री पारसमल कुकड़ा ,सुनील नागौरी, मानमल डांगी, प्रदीप सिसोदिया, भूपेश सिंघवी, लक्ष्मी लाल खमेसरा, संदीप बाफना, रिखब भंडारी, मनीष सेठी,सहित महिला मंडल की संरक्षिका सुशीला छाजेड़ मार्गदर्शिका प्रेम बाई खमेसरा इंदिरा खमेसरा , अरुणा पोखरणा ,नमिता डांगी, लाड देवी बम, प्रियदर्शना बम, चंचल छाजेड़, ऋषिका खमेसरा, मंजू छाजेड़, अभिलाषा पानगढ़िया, अरुणा पोखरणा ,ललिता खमेसरा ,ज्योति कोठारी, रिंकू पोखरणा ,सुशीला खमेसरा, डिंपल सिंघवी, मंजू खमेसरा, इंदु खटोड़, कोमल जैन, रीना नागोरी, दीपा चौधरी , सहित मंडल के कई बहन उपस्थित थी । कार्यक्रम का समापन जयकारों के जय घोष के साथ हुआ। भीलवाड़ा शहर महिला मंडल की इस अनूठी पहल की सभी ओर से प्रशंसा हो रही है।