उदयपुर:स्मार्ट हलचल|राजस्थान उप-निरीक्षक (SI) भर्ती 2021 को रद्द किए जाने के माननीय उच्च न्यायालय के निर्णय के बाद, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा – मेवाड़ ने इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए राज्यपाल महोदय को एक पत्र लिखा है। महासभा ने दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है, लेकिन साथ ही यह भी अपील की है कि उन सैकड़ों ईमानदार और मेहनती अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न किया जाए, जिन्होंने अपनी मेहनत से यह परीक्षा पास की थी।
महासभा के महासचिव कुँवर हेमेन्द्र सिंह दवाणा ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ भ्रष्ट लोगों की वजह से पूरी भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया, जिससे हजारों निर्दोष युवाओं के सपने टूट गए।” उन्होंने आगे कहा कि पेपर लीक और अन्य अनियमितताओं में शामिल सभी दोषियों को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी ऐसा करने की हिम्मत न कर सके।
दवाणा ने जोर देकर कहा कि अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा – मेवाड़ 36 कौम के युवाओं के साथ है। उन्होंने कहा, “महासभा और सभी सर्व-समाज संगठन युवाओं के भविष्य के लिए कंधे से कंधा मिलाकर लड़ेंगे। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि न्याय हो और मेहनती युवाओं को उनका हक मिले।”
महासभा ने राज्यपाल महोदय से अनुरोध किया है कि वे सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप करने का निर्देश दें और एक ऐसी व्यवस्था बनाएं जिसमें योग्यता के आधार पर सफल हुए अभ्यर्थियों की दोबारा जांच हो, और उन्हें उनके पद पर बहाल किया जाए। महासभा का मानना है कि ऐसा करने से ही न्याय की वास्तविक जीत होगी और युवाओं का मनोबल बना रहेगा।