इको फ्रेंडली गणपति की प्रतिमाएं वितरण को तैयार
भीलवाड़ा 4 अगस्त |स्मार्ट हलचल|धर्म एवं समाज सेवा के लिए समर्पित श्री गणेश उत्सव प्रबंध एवं सेवा समिति भीलवाड़ा के तत्वाधान आगामी 10 दिवसीय गणेश महोत्सव की समरसता 27 अगस्त से शुरू होगी समिति द्वारा इंदौर से मूर्तिकारों को भगवान गणपति की आकर्षक मल्टी कलर प्रतिमाएं स्थानीय स्तर पर तैयार करने का कार्य पूरा कर लिया गया है
समिति के मीडिया प्रभारी महावीर समदानी के अनुसार विगत 30 वर्षों से गणेश महोत्सव मना रही समिति के द्वारा हर वर्ष भगवान गणपति की मूर्ति स्थानीय मांग के अनुसार तैयार कराई जाती है इस बार 10 दिवसीय आयोजन 27 अगस्त गणेश चतुर्थी बुधवार से 6 सितंबर शनिवार अनंत चतुर्दशी के दिन विसर्जन के साथ संपन्न होगा 1893 में बाल गंगाधर तिलक ने गणेश चतुर्थी को एक सार्वजनिक उत्सव के रूप में मनाने की शुरुआत की जिसका उद्देश्य लोगों को एक जुट करना और ब्रिटिश शासन के खिलाफ राष्ट्रीय भावना को बढ़ावा देना था उन्होंने गणेश उत्सव को एक मंच के रूप में इस्तेमाल किया जहां देश भक्ति के गीत गाए जाते थे राष्ट्रवादी विचारों का प्रचार किया जाता था गणेश महोत्सव के तहत सभी जातियों,थर्मो और समुदाय के लोगों को एक मंच में लाना है ऐसे उत्सवो से राष्ट्रीय एकता एवं राष्ट्रवादी भावनाओं को बढ़ावा मिलता है
सांस्कृतिक पुनर्जागरण
10 दिवसीय गणेश महोत्सव के माध्यम से ये भारतीय संस्कृति और परंपराओं को पुनर्जीवित करने का मंच बनता जा रहा है इस त्यौहार को एक ऐसे मंच के रूप में इस्तेमाल किया जाता है जहां लोग अपनी संस्कृति और हेरिटेज को मना सके
सभी धर्मो के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला गणेश महोत्सव भीलवाड़ा में विशाल रूप लेता जा रहा है समिति द्वारा इस बार भी दो प्रकार की प्रतिमाएं निर्माण करवाई है जिसमें 5 फीट से लेकर एक फीट तक की प्रतिमा तैयार करवाई गई है बड़ी प्रतिमाएं संस्था, मोहल्ला ,चौराहे पर स्थापित कराई जाएगी छोटी प्रतिमाएं घरों एवं प्रतिष्ठानों में पर स्थापित कराई जाएगी इस बार भी प्रतिमाएं काली मिट्टी, जूठ चिकनी मिट्टी, प्राकृतिक कलर आदि के मिश्रण से इको फ्रेंडली तैयार की गई है ताकि जल में विसर्जन करने पर किसी तरह का प्रदूषण नहीं हो, मूर्तियों का पंजीयन आरसी व्यास कॉलोनी स्थित अपना घर वृद्धा आश्रम में किया जा रहा है 27 अगस्त को ये प्रतिमाएं प्रतिमा वितरण समारोह में वितरित कि जाएगी