स्मार्ट हलचल|पाटन देश की सेवा में समर्पित BRO-GREF 66 के जवान रामचंद्र सैनी का शनिवार को उत्तराखंड के बुंदेला में दिल का दौरा पड़ने से आकस्मिक निधन हो गया। जैसे ही यह दुखद समाचार पाटन के निकटवर्ती ग्राम धांधेला पहुँचा,पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई
साथी जवान जस्सु सिंह के अनुसार, रामचंद्र सैनी सुबह की नियमित दौड़ के दौरान अचानक गिर पड़े*मौके पर मौजूद BSF जवानों ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
*परिजनों और ग्रामीणों का आक्रोश, राजकीय सम्मान की मांग*
रविवार को जब शव पाटन थाने लाया गया, तो सैकड़ों ग्रामीणों और परिजनों ने गहरा आक्रोश जताया। प्रदर्शनकारियों ने पूर्ण शहीद का दर्जा,
*निष्पक्ष जांच, और **राजकीय सम्मान* के साथ अंतिम संस्कार की मांग को लेकर *सीकर-दिल्ली हाईवे* को जाम कर दिया। सुबह 8:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक रोड जाम रहने से यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा प्रशासन की ओर से तहसीलदार सुभाष कुलहरी और थाना अधिकारी विक्रम सिंह ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, परंतु ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहे। अंतत प्रशासन को झुकना पड़ा , और जवान का शव सरकारी वाहन से पैतृक गांव पहुंचाया गया।
*राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई*
उपखंड अधिकारी राजवीर सिंह यादव ने बताया कि विभाग द्वारा तय किए गए पैकेज के तहत समझौता हुआ, जिस पर ग्रामीणों की सहमति बनी। इसके बाद जवान को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
गॉड ऑफ ऑनर के दौरान
नीमकाथाना विधायक सुरेश मोदी ने पुष्प चक्र अर्पित कर अंतिम सलामी दी। इस मौके पर कई गणमान्य व्यक्ति एवं नेता उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से पाटन तहसीलदार सुभाष कुलहर, थाना अधिकारी विक्रम सिंह, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष, एवं राजस्थान विश्वविद्यालय छात्र नेता विनोद सैनी भूदोली,भाजपा नेता प्रमोद सिंह बाजोर,
पाटन पंचायत समिति प्रधान सुवालाल सैनी,
जिला परिषद सदस्य प्रवीण जाखड़,
भाजपा नेत्री कविता सामोता, मंजू सैनी,
पूर्व सरपंच केदार सैनी,
सहित सैकड़ों ग्रामीण और क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।
पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष विनोद सैनी भूदोली ने जानकारी देते देते हुए बताया कि यदि सरकार इन छोटी-छोटी कमियो को दूर करे तो इस प्रकार सैनिक सम्मान के लिए शहीद परिवार एवं ग्रामीणों को सड़क पर नहीं उतरना पड़े। सैनी ने कहा कि सैनिक रामचंद्र सैनी को हमेशा याद रखा जाएगा
*पीछे छूट गया एक बेसहारा परिवार*
2010 में BRO में भर्ती हुए रामचंद्र सैनी अपने पीछे पत्नी गुलाबी देवी, मां बनारसी देवी और तीन मासूम बच्चे—खुशबू, रौनक और मीनू को छोड़ गए हैं। परिवार गहरे सदमे में डूबा हुआ है, और ग्रामीणों की आँखों में भी आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे।