(बजरंग आचार्य) –
स्मार्ट हलचल|गुरुवार को तारानगर में हुई मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। सुबह से हो रही झमाझम वर्षा के कारण शहर के कई निचले इलाकों में पानी भर गया, जिससे आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वैसे तो वर्षा से जलभराव की समस्या तारानगर के लिए पुरानी है, लेकिन गुरुवार को हुई भीषण बारिश ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया।
बारिश का आलम यह रहा कि तारानगर पुलिस थाना पूरी तरह जलमग्न हो गया। थाने के प्रत्येक कक्ष में लगभग तीन फीट पानी भर जाने से कामकाज ठप पड़ गया। पुलिसकर्मियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा और महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों को बचाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी।
इसके अतिरिक्त, शहर के मुख्य बस स्टैंड से लेकर अंबेडकर सर्किल तक का प्रमुख मार्ग लगभग चार फीट पानी में डूब गया। सड़कों पर पानी भरने से वाहनों की आवाजाही थम गई और राहगीरों को घुटनों तक पानी में चलकर गंतव्य तक पहुंचना पड़ा। इस अप्रत्याशित जलभराव ने शहर की जल निकासी व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्रशासन द्वारा जल निकासी के लिए कोई ठोस उपाय नहीं किए गए हैं, जिसका खामियाजा हर वर्ष उन्हें भुगतना पड़ता है।
बारिश के कारण कई घरों और दुकानों में भी पानी घुस गया, जिससे लाखों रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। किसानों को भी अपनी फसलों की चिंता सता रही है, क्योंकि लगातार बारिश से खेतों में पानी भरने से फसलें खराब होने का अंदेशा है। प्रशासन को इस समस्या पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए और भविष्य में ऐसी स्थिति से निपटने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए, ताकि आम जनता को राहत मिल सके।