हिंडौन में मूकबधिर नाबालिक डिंपल हत्याकांड मामले ने पकड़ा तूल-प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट का किया घेराव
कलेक्टर से सीबीआई जाँच की मांग, पुलिस ने मूकबधिर बालिका के माता-पिता और मामा को जहर देकर हत्या के आरोप में झूठा गिरफ्तार किया है।
जयपुर/करौली।स्मार्ट हलचल।बीते माह करौली जिले के टोडाभीम हिंडौन के दानपुर गांव में हुई एक आदिवासी नाबालिग मुखबधिर बालिका हत्याकांड मामले पर पुलिस प्रशासन की ओर से की गई कार्यवाही से असंतुष्ट निष्पक्षता से जांच ना करने सहित कहीं बिंदुओं पर सर्व समाज के लोगों ने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए गुरूवार को सर्व समाज के हजारों महिलाएं व पुरूष सहित कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और युवाओं ने नाबालिक मूकबधिर बालिका डिंपल मीणा हत्याकांड प्रकरण को लेकर जिला कलेक्टर कार्यालय करौली का घेराव किया। प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट के बाहर हजारों की तादाद में रैली निकालते हुए पहुंचे और सीबीआई जांच की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी करने लगे, इस पहले जिले की पीजी कॉलेज में की सभा और उसके बाद करौली जिला कलेक्ट्रेट का घेराव किया, कलेक्ट्रट के बाहर सड़क पर धरने पर बैठ गए, कहीं घंटों चले इस हंगामे के बाद प्रदर्शनकारियों के एक प्रतिनिधी मण्डल ने जिला कलेक्टर से सीबीआई जाँच की मांग, पुलिस ने मूकबधिर बालिका के माता-पिता और मामा को जहर देकर हत्या के आरोप में झूठा गिरफ्तार किया है। प्रतिनिधी मण्डल में सांसद भजन लाल जाटव, विधायक घनश्याम मेहर, हुकुम मीणा, एडवोकेट मानसिंह मीणा, विधायक अनीता जाटव, पूर्व विधायक लाखन सिंह, पिंटू बड़ोली, अनन्त बडिला, राजेश्वरी मीणा, जवान सिंह मोहचा, अजय राज सहित अन्य लोगों ने जिला कलेक्टर के समक्ष सीबीआई से जाँच कराने की मांग की और ज्ञापन सौंपा।
——- सैंकड़ों की तादाद में पहुंचे महिला-पुरूष कलेक्ट्रेट-पांच दिन का प्रशासन को दिया अल्टिमेटम ——
वहीं डिंपल मीना हत्याकांड में अतिरिक्त जिला कलेक्टर करौली ने सर्वसमाज के प्रतिनिधी मण्डल की ओर से मांग पत्र को मानते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव ग्रह विभाग को रिकमंड करके भेज दिया, प्रतिनिधी मण्डल ने बताया कि अब आगे सरकार को सहमति जतानी है। प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट का घेराव करने बड़ी संख्या में पहुंचे, कहीं सामाजिक संगठनों के लोग महिलाएं, नौ जवान सहित कहीं सैंकड़ों की तादाद में लोग पहुंचे थे, कलेक्ट्रेट पर ज्ञापन सौंपने के बाद प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधि मण्डल ने बताया कि मुख्यमंत्री से डिंपल मीणा हत्याकांड प्रकरण की सीबीआई से जांच कराने की मांग रखीं हैं और पांच दिन का प्रशासन को अल्टिमेटम देते हुए सरकार इस प्रकरण में संज्ञान लेते हुए पीड़ित परिवार को इंसाफ दें और पुलिस प्रशासन की और से उल्टा बालिका के माता-पिता को जबरन जेल में बंद कर रखा है, उन्हें रिहा करें और मामले की निष्पक्ष जांच कर डिंपल मीणा के हत्यारों को फांसी दी जाए, सभी दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करें। वरना डिम्पल मीणा को इंसाफ दिलाने के लिए पांच दिन बाद जनता प्रदेश की सड़कों पर उतरेगी, जिसके जिम्मेदार भजनलाल सरकार व शासन प्रशासन जिम्मेदार होंगे।