(मोहम्मद आज़ाद नेब)
जहाजपुर 14 सितंबर 2024 को ठाकुर पितांबर श्याम जी के बेवाण के दौरान जामा मस्जिद क्षेत्र में हुई पथराव व भक्तों पर हमले की घटना के बाद बने हालात एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। घटना के पश्चात हिंदू समाज द्वारा प्रशासन को सौंपे गए 14 सूत्रीय मांग पत्र पर अब तक पूर्ण कार्रवाई नहीं होने से आक्रोश गहराता नजर आ रहा है।
हिंदू समाज के प्रतिनिधियों का कहना है कि प्रशासनिक निष्क्रियता के कारण शहर में पुनः अतिक्रमण की स्थिति बन रही है। प्रशासन के आदेश अनुसार हिंदू धर्मस्थलों पर एक-एक ध्वनि प्रसारण यंत्र लगाए जाने के निर्देशों का पालन किया जा रहा है, लेकिन मस्जिदों पर दोबारा बड़े लाउड स्पीकर लगाए जाने से ध्वनि प्रदूषण बढ़ रहा है, जिस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है।
ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया कि देशवाली नोहरे के पीछे पहाड़ी क्षेत्र में रात-दिन एक नए धर्मस्थल का निर्माण कार्य जारी है। प्रशासन को जानकारी होने के बावजूद निर्माण नहीं रोके जाने को लेकर भी नाराजगी जताई गई। वहीं पथराव की घटना के मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी अब तक नहीं होने तथा जिला प्रशासन द्वारा दिए गए आश्वासनों के बाद भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं होने के आरोप लगाए गए।
हिंदू समाज ने राजस्थान में हाल ही में हुई विभिन्न घटनाओं का उल्लेख करते हुए उदयपुर में आरव वाल्मिकी व आयुषी पाटीदार हत्याकांड का हवाला दिया और कहा कि समय पर सख्त कार्रवाई नहीं होने से असामाजिक तत्वों के हौसले बढ़ रहे हैं। इन सभी मुद्दों को लेकर हिंदू समाज के लोग उपखण्ड कार्यालय पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर शीघ्र एवं प्रभावी कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शन के दौरान बांग्लादेशी आतंकवाद के विरोध में प्रतीकात्मक रूप से पुतला दहन भी किया गया।


