बानसूर।स्मार्ट हलचल।उपखंड क्षेत्र के ग्राम देवसन निवासी मोनिका गुर्जर के एनसीसी की टीम के साथ दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहरानें के बाद गुरुवार कों गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने उनका स्वागत किया। जयपुर के महारानी कॉलेज की एनसीसी कैडेट मोनिका को इस विशेष अभियान के लिए चुना गया था। टीम में 10 सदस्य शामिल थे, जिनमें 5 लड़के और 5 लड़कियां थीं। 18 मई को सुबह 4:45 बजे टीम ने 8,848 मीटर की ऊंचाई पर यह उपलब्धि हासिल की। अभियान से पूर्व टीम को जम्मू-कश्मीर और लेह-लद्दाख में विशेष प्रशिक्षण दिया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 10 अप्रैल को टीम को तिरंगा सौंपकर रवाना किया। मोनिका ने कहा कि यह सफलता उनके परिवार और कोच के समर्थन से संभव हुई। उन्होंने बताया कि महारानी कॉलेज में एनसीसी ज्वाइन करने के बाद एवरेस्ट अभियान के लिए चयन होने पर शुरू में संदेह था। पहले कभी बर्फीले पहाड़ नहीं देखे थे, लेकिन कोच के प्रोत्साहन से हिम्मत नहीं हारी। मोनिका के बानसूर लौटने पर सुभाष चौक से गुर्जर छात्रावास तक स्वागत रैली निकाली गई। उनके गांव देवशन में भी समारोह आयोजित किया गया।18 मई को अपने साथियों के साथ माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया। इस दौरान पूर्व मंत्री शकुंतला रावत ने मोनिका को बधाई देते हुए कहा कि बानसूर के छोटे से गांव की बेटी की इस उपलब्धि से पूरे गांव में खुशी का माहौल है। मोनिका ने न केवल सीनियर अंडर ऑफिसर एनसीसी कैडेट्स राजस्थान के रूप में विश्व के सर्वोच्च शिखर पर भारतीय ध्वज फहराकर इतिहास रचा, बल्कि महिला सशक्तीकरण की भी मिसाल कायम की है। उनकी इस उपलब्धि ने सिद्ध कर दिया कि बानसूर की बेटियां हर क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू रही हैं।