धनराज भंडारी
झालावाड़ 6 फरवरी।स्मार्ट हलचलराजस्थान सरकार ने आमजन को स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर मुहैया कराने के लिए करोड़ों रुपए खर्च करके जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है वहीं दूसरी ओर अस्पताल में समय से कर्मचारी नहीं पहुंच रहे हैं । रोगियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
आलम यह है कि डॉक्टर व नर्सिंग कर्मी अस्पतालों में ड्यूटी पर नहीं जाते है जिसकी वजह से सरकार की योजनाओं व गुड़ गवर्नेंस की धज्जियां उड़ती नजर आ रही है । जिससे लोगों को चिकित्सा सेवाओं का फायदा नहीं मिल पा रहा है। ऐसा ही मामला सुनेल क्षेत्र के ढाबला खींची सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आया है जिसमे 30 बेड का यह बड़ा अस्पताल है यहां पर चार डॉक्टर नियुक्त है जिसमें केवल चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ के के वर्मा ही अस्पताल में सेवाएं देते देखा जाता हैं । बाकी के तीन डॉक्टर ने अपने दिन बांट रखे हैं उनकी मर्जी पड़ती है जब आते हैं उनकी मर्जी पड़ती जब चले जाते है । इनके आने जाने पर कोई रोकने टोकने वाला नहीं है। वही नर्सिंग कर्मियों के हालात इससे भी खराब है। अस्पताल में कार्यरत दो नर्सिंग कर्मी ओमप्रकाश मीणा व अल्ताफ तो महीने में केवल एक बार हाजरी रजिस्टर में साइन करने के लिए ही आते हैं । ऐसे में ढाबलाखींची सहित आसपास के क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए दर-दर भटकने को मजबूर होना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने प्रभारी मंत्री को की शिकायत-
ग्रामीणों ने अस्पताल में कर्मचारियों की मनमानी को लेकर इस मामले की शिकायत प्रभारी मंत्री से की ।जिसके बाद चिकित्सा विभाग हरकत में आया। ग्रामीणों ने बताया कि ओम प्रकाश मीणा अस्पताल के प्रभारी से सांठ गांठ कर कभी भी अस्पताल में डयूटी पर नहीं आता। वह महीने में एक बार आता है और सिर्फ हाजिरी रजिस्टर में साइन करके वापस चला जाता है। यही हाल नर्सिंग कर्मी अल्ताफ समेत तीन डॉक्टर का भी है अस्पताल प्रभारी भी किसी न किसी वजह से उनका पूरा सहयोग कर रहे हैं। इसीलिए तो उन्होंने आज तक इनको नौकरी पर आने के लिए पाबंद किया। यह सब जानकारी उच्च अधिकारियों को होने के बावजूद भी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं जिस पर उनकी कार्यशैली पर सवाल खड़ा होता है। ग्रामीणों ने बताया कि अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं इनकी पिछले 1 साल के सीसी टीवी कैमरे का रिकार्ड की जांच की जाए तो उसमे पूरा खुलासा हो जाएगा।
शाम व रात को इमरजेंसी सुविधा नहीं-
ढाबला खींची अस्पताल में शाम व रात को तो हालात और भी खराब है ना तो कोई डॉक्टर इमरजेंसी में उपलब्ध होता है और ना ही नर्सिंग कर्मी ,ऐसे में क्षेत्र के ग्रामीण इमरजेंसी के समय मजबूरन अस्पताल में कोई नहीं होने की वजह से सुनेल व अन्य जगहों पर जाने को मजबूर होते हैं।
इस मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को अवगत करा रखी है।
के के वर्मा
चिकित्सा प्रभारी ढाबलाखींचीं
इसकी जांच कर कार्यवाही की जाएगी।
दिनेश कुमार मीणा
एसडीएम पिड़ावा
ऐसा मामला है तो इसकी जांच कर कड़ी कार्रवाई करवाई जाएगी।
ममता तिवारी
अतिरिक्त संभागीय आयुक्त कोटा