मुकेश खटीक
मंगरोप।हमीरगढ़ को पंचायत समिति बनाने की मांग को लेकर सोमवार को सैकड़ों लोग उपखंड कार्यालय पहुंचे।मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम तहसीलदार भंवरलाल सेन को ज्ञापन सौंपा गया।प्रदर्शन में दर्जनों ग्राम पंचायतों के सरपंच,व्यापारीक संगठन,कस्बेवासी शामिल हुए।रावत युग प्रदीप सिंह राणावत ने बताया कि वर्तमान में हमीरगढ़ क्षेत्र की 21 पंचायतें सुवाणा पंचायत समिति में आती हैं।इन पंचायतों की सुवाणा से दूरी 50 किलोमीटर तक है।इससे आमजन और जनप्रतिनिधियों को आने-जाने में परेशानी होती है।हमीरगढ़ से इन पंचायतों की दूरी केवल 15 किलोमीटर है।तख्तपुरा,औज्याड़ा,आमली,बरडोद,जवासिया,दुड़िया,गाडरमाला,सेतुरिया,गुरला,कल्याणपुरा,बिलीया,कारोई,हमीरगढ़,मण्डपिया,स्वरूपगंज,खैराबाद,देवली,कान्याखेड़ी,मंगरोप,आमलीगढ़ और फागणों का खेड़ा आदि पंचायतों के समर्थन पत्र शामिल हैं।पांच प्रस्तावित ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों ने भी समर्थन पत्र दिए है।पंचायत समिति सुवाणा के चार सदस्य और उप प्रधान ने भी हमीरगढ़ के पक्ष में समर्थन पत्र सौंपे है।हमीरगढ़ के कीरों की झोपड़ियों को अलग राजस्व गांव बनाकर नई पंचायत बनाने की भी मांग की गई है।आजाद नीलगर ने बताया कि हमीरगढ़ सबसे बड़ा उपखंड है।यहां एसडीओ कार्यालय,उपजिला स्वास्थ्य केंद्र,रेलवे स्टेशन,हवाई पट्टी,आईटीआई कॉलेज,संस्कृत महाविद्यालय और सामान्य महाविद्यालय हैं।पंचायत समिति बनने से क्षेत्र की पंचायतों में बेहतर समन्वय होगा।विकास योजनाएं प्रभावी ढंग से लागू हो सकेंगी।रतनलाल मंडोवरा ने बताया कि पूर्व सरकार ने बिना मांग के राजनीतिक लाभ के लिए हमीरगढ़ और रायपुर को नगरपालिका बना दिया था।जनता ने इसका विरोध किया था।वर्तमान विधायक लादुलाल पितलिया ने नगरपालिका हटाकर फिर से ग्राम पंचायत बनाने की बात कही थी।लेकिन अपने ही विधानसभा क्षेत्र की दो पंचायतों में भेदभाव की राजनीति करते हुए रायपुर को पंचायत बनाया जबकि हमीरगढ़ को यथावत रखा।इससे जनता में नाराजगी है।विधायक द्वारा एक ही विधानसभा क्षेत्र में दोहरा मापदंड अपनाया गया।हमीरगढ़ क्षेत्र की 90 प्रतिशत आबादी किसान,ओबीसी और अनुसूचित जाति वर्ग की है।ये लोग मजदूरी करके जीवन यापन करते हैं।छोटे-छोटे कामों के लिए नगरपालिका में महीनों चक्कर लगाने पड़ते हैं जहां 20 गुना ज्यादा राशि खर्च करने के बाद भी काम नहीं होते है।नगरपालिका से समस्याएं बढ़ीं,समाधान नहीं मिला।लोगों ने हमीरगढ़ नगरपालिका हटाकर फिर से ग्राम पंचायत और पंचायत समिति बनाने की मांग की है।