आर्थिक तंगी और अवैध संबंधों के शक में कानपुर में दम तोड़ता दांपत्य जीवन, एक और महिला की हत्या
– युवती की हत्या करने के बाद मासूम को अकेला छोड़ फरार हुआ पति, तलाश में जुटी पुलिस
– 3 साल के भीतर दो दर्जन से ज्यादा महिलाओं की हत्या की वजह आर्थिक तंगी और अवैध संबंधों के शक से जुड़ी
सुनील बाजपेई
कानपुर। स्मार्ट हलचल/आर्थिक तंगी और अवैध संबंध होने का शक इस महानगर में लोगों के दांपत्य जीवन को दम तोड़ने के लिए मजबूर कर रहा है जिसके क्रम में एक और महिला की हत्या उसके ही पति ने कर दी। अब पुलिस हत्या के बाद मासूम बेटे को अकेले छोड़कर भागने वाले आरोपी पति की तलाश कर रही है। यह घटना गुजैनी थाना क्षेत्र में हुई।
यही नहीं बीते सप्ताह भी इसी थाना क्षेत्र में एक और युवती को उसके ही पत्नी मौत के घाट उतार दिया था। महिला की हत्या की यह दूसरी घटना बीती देर रात हुई। यहां पति ने पत्नी की धारदार हथियार से निर्मम हत्या की घटना को अंजाम दिया और मासूम बेटे को रोता छोड़कर और मौके से फरार हो गया।
इस बीच बेटे के रोने की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे आस -पड़ोस के लोगों ने सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस फारेंसिक टीम को बुलाते हुए घटनास्थल से साक्ष्य जुटाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज हत्यारोपी पति की तलाश कर रही है।
अवगत कराते चलें कि बीते बुधवार को भी जमीनी विवाद में पत्नी की हत्या करने के बाद पति ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था। वहीं इलाज के दौरान बीते शनिवार की रात उसकी भी मौत हो गई थी। और इसी के बाद बिधनू में भी शराबी पति द्वारा पत्नी की गला रेतकर हत्या की घटना को अंजाम दिया गया था। और अब इसी क्रम में बीती देर रात गुजैनी इलाके के ही किराने की दुकान चलाने वाले अंबेडकर नगर निवासी हरिशंकर अग्निहोत्री ने अपनी पत्नी पूजा देवी (32) की निर्मम हत्या कर दी। इसके बाद वह अपने मासूम बेटे कुशाग्र को मौके पर ही रोता छोड़कर फरार हो गया।
यद्यपि मौके पर सूचना के बाद पहुंचा मृतिका का मैथा निवासी का भाई संजय पुलिस को घटना की वजह के बारे में कोई सटीक जानकारी नहीं दे सका लेकिन पुलिस सूत्रों का जो दावा है उसके मुताबिक यह घटना आर्थिक तंगी और पत्नी के किसी से अवैध संबंधों का शक से ही जुड़ी हुई मानी जा रही है।
पुलिस का कहना है कि आरोपी पति की तलाश लगातार की जा रही है। उसकी गिरफ्तारी के बाद ही घटना की सही वजह पता चल सकेगी। याद रहे कि बीते 3 साल के अंदर कानपुर में आर्थिक तंगी और अवैध संबंधों का शक दो दर्जन से ज्यादा महिलाओं की हत्या का कारण बन चुका है।