जानिए- कौन है आईएएस राजेश कुमार मीना पूर्व सांसद के दामाद ?
माँ मैं मुख्य सचिव बन गया – आईएएस राजेश कुमार मीना
मदन मोहन भास्कर
स्मार्ट हलचल/राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के मूल निवासी और 1988 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी राजेश कुमार मीना को महाराष्ट्र का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति 30 जून 2025 को निवर्तमान मुख्य सचिव सुजाता सौनिक की सेवानिवृत्ति के बाद की गई। उनकी नियुक्ति की खबर से सवाई माधोपुर और पूरे राजस्थान में खुशी की लहर है। राजेश मीना पूर्व सांसद जसकौर मीना के दामाद हैं। 29 जुलाई 2024 को उन्हें उत्तर प्रदेश का गृह सचिव नियुक्त किया गया था। इस पद पर उन्होंने कानून-व्यवस्था, पुलिस सुधार और अपराध नियंत्रण जैसे संवेदनशील मुद्दों पर प्रभावी ढंग से काम किया। उन्होंने उत्तर प्रदेश में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभालीं। जिनमें जिला मजिस्ट्रेट और विभागीय सचिव जैसे पद शामिल हैं।
जन्म और परिवार –
आईएएस राजेश कुमार मीना का जन्म उनियारा में हुआ। उनकी प्रारंभिक शिक्षा राजस्थान में ही हुई। ये में यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल कर आईएएस अधिकारी बने। राजेश मीना ने अपने करियर की शुरुआत उत्तर प्रदेश कैडर से की। ये पूर्व सांसद जसकौर मीणा की बड़ी बेटी अर्चना मीना के पति हैं। राजेश मीना के पिता रामगोपाल मीना सवाईमाधोपुर पीजी कॉलेज के प्रिंसिपल रह चुके हैं। उनकी पत्नी अर्चना मीना स्वदेशी जागरण से जुड़कर सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। राजेश की शादी 1988 में अर्चना मीणा के साथ हुई थी। दोनों के दो बच्चे आधार और इशिका हैं। उनके दोनों बच्चों की शादी हो चुकी है। आधार की एक बेटी है जिसका नाम अनाया है। पिता रामगोपाल मीणा प्रिंसिपल के पद से रिटायर हुए थे। इनकी मां गृहिणी थीं। राजेश की बहन सुनीता मीणा दिल्ली में सीनियर डॉक्टर हैं। उनके पति रमेशचंद्र मीणा अंडमान निकोबार सर्विसेज में थे। इनका भांजा अग्रिम नरेरा भी आईएएस हैं। उनकी मां बीमारी के चलते करीब 9 साल तक बिस्तर पर ही थीं। इस दौरान उन्होंने अपनी मां की खूब सेवा की। जब भी सवाई माधोपुर आते सुबह–शाम की चाय अपनी मां के साथ ही पीते। अपनी तकलीफ उन्होंने घर के लोगों को शेयर नहीं की, लेकिन खुशियां हमेशा बांटते हैं। राजेश के माता पिता दोनों ही अब इस दुनिया में नहीं हैं। इसलिए वो अपनी सास जसकौर मीणा और ससुर श्रीलाल मीणा को ही अपना माता-पिता मानते है।
शिक्षा-
आईएएस राजेश का पैतृक गांव उनियारा टोंक जिले में पड़ता है। लेकिन इनकी परवरिश सवाई माधोपुर स्थित इन्द्रा कॉलोनी में हुई है। सवाई माधोपुर के ही राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, आलनपुर से अपनी पढ़ाई की शुरुआती की। इसके बाद इन्होंने ग्रेजुएशन राजकीय महाविद्यालय सवाई माधोपुर से ही किया। पोस्ट ग्रेजुएशन राजस्थान यूनिवर्सिटी से इतिहास में किया है। जयपुर में कमरा किराए पर लेकर रहते थे। रूम पार्टनर से बाेले कि मुझे खाना बनाना नहीं आता, इसलिए मैं तेरी कोई मदद नहीं कर पाऊंगा। तब उनके रूम पार्टनर ने उन्हें सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान देने को कहा और इनकी पढ़ाई में पूरी हेल्प करता था।
रिटायर्मेंट के बाद युवाओं को डबलप स्किल में माहिर करना उद्धेय
आईएएस राजेश मीना रिटायरमेंट के बाद सवाई माधोपुर में युवाओं में स्किल डवलप करना चाहते हैं जसकौर बताती हैं कि करीब डेढ़ महीने पहले जब वह सवाई माधोपुर आए थे तो रिटायरमेंट प्लान पर भी चर्चा की थी। उन्होंने अपनी सास से कहा कि अब वह यहीं रहकर किसानों, युवाओं को स्किल डवपलमेंट के जरिए अपनी ही जमीन से रोजगार पाने लायक बनाने के लिए प्रशिक्षित करना चाहेंगे। उनकी सास ने उनके लिए यहां शबरी फॉर्म हाउस पर उनके लिए एक कमरा भी तैयार करवाया था। अब नई जिम्मेदारी मिलने के बाद रिटायरमेंट के बाद का यह प्लान अब कुछ सालों के लिए आगे बढ़ गया है। उन्होंने अपनी पत्नी अर्चना को भी प्रेरित किया, जिसकी वजह से वह आज एक सफल व्यवसायी हैं।
माँ मैं मुख्य सचिव बन गया – आईएएस राजेश कुमार मीना
राजेश की सास पूर्व केन्द्रीय मंत्री जसकौर मीणा ने मदन मोहन भास्कर को दूरभाष पर जानकारी देते हुए बताया कि जैसे ही उन्हें सीएस बनाने की जानकारी आई उन्होंने सबसे पहले मुझे कॉल किया और बताया- माँ मैं सीएस बना दिया है। इतना सुनते ही मेरी आँखों में खुशी के आंसू झलकने लगे। इस दौरान वह लगातार परिजनों से बात करते रहे जैसे कुछ हुआ ही न हो। वह अपने काम में बहुत परफेक्ट हैं और आज भी लाल, नीले, काले, हरे पेन से अपनी डायरी में नोट्स बनाते हैं। यह आदत उनकी आज भी है। आईएएस बनने की तैयारी के दौरान भी उन्हाेंने जो नोट्स बनाए,वह आज भी उन्होंने संभाल के रखे हैं। सभी किताबें भी ऐसे ही संभाल कर रखते है जैसे विद्यार्थी रखते है।
मुख्यमंत्री के पसंदीदा आईएएस अधिकारी
महाराष्ट्र में किसी भी पार्टी की सरकार रही हो वह हमेशा मुख्यमंत्री के पसंदीदा अधिकारी रहे। देवेन्द्र फणनवीस, अजीत पंवार, शरद पंवार समेत लगभग सभी मुख्यमंत्रियों के साथ उनके अच्छे संबंध है। विलासराव देशमुख के समय वह जलगांव के कलेक्टर थे। एक सभा के दौरान कुछ स्थानीय लोगों ने उन्हें काले झंडे दिखाए थे। इसके दो दिन बाद ही उनका ट्रांसफर बहुत इंटीरियर इलाके में कर दिया गया था। लेकिन वहां भी उन्होंने अपने विभाग में जो काम किए वह आज भी याद किए जाते हैं।
8वीं-क्लास में नाम के साथ ही लिखते थे आईएएस
आईएएस अधिकारी राजेश कुमार मीणा जब राजेश आठवीं कक्षा में थे, तब से ही अपनी नोटबुक में राजेश कुमार के साथ आईएएस लिखते थे। 21 साल की उम्र में इन्होंने पहले प्रयास में ही यूपीएसी की परीक्षा पास कर अपने सपने को पूरा किया।
नवाचारों के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाना
आईएएस राजेश मीना के
सबसे महत्वपूर्ण कामों में महाराष्ट्र ओबीसी आरक्षण का समाधान निकालना, बाल एवं महिला विभाग में नवाचार, स्वावलंबी ग्रुप्स बनाकर महाराष्ट्र के ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना, सूखाग्रस्त इलाकों में पानी के प्रबंधन और किसानों को कृषि के क्षेत्र में नवाचार, नई फसलें, उपकरण और फसलों में प्रयोग करने के लिए प्रेरित करना रहे।
क्रिकेट खेलना और गाना गाने के शौक
आईएएस मीना के बचपन के दोस्त सुनील सिंह बताते है कि राजेश और मैं स्कूल के समय से दोस्त हैं। आज भी इतने महत्वपूर्ण पदों पर रहने के बावजूद वह जब भी सवाई माधोपुर आते हैं , सबसे पहले अपने दोस्तों से मिलते हैं। आज भी उनके क्रिकेट क्लब का कोई महत्वपूर्ण मैच हो तो खेले बिना नहीं रहते। सुनील और वो अक्सर सवाई माधोपुर के कलेक्ट्रेट एरिया, हम्मीर पुलिया और ऑफिसर्स कैंट एरिया में खूब घूमते और खेलते हैं। राजेश मीणा को गाने का बहुत शौक है। वह बहुत अच्छा गाते हैं। मोहम्मद रफी, किशोर और हेमंत कुमार उनके पसंदीदा सिंगर हैं। पल-पल दिल के पास उनका पसंदीदा गाना है। अच्छी फिल्म देखते हैं तो परिवार को उस फिल्म को देखने की सलाह देते है।
जाने- कितने दिनों का होगा कार्यकाल?
आईएएस राजेश कुमार मीना बीड जिला परिषद के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और धाराशिव एवं जलगांव जिलों के जिलाधिकारी के रूप में कार्य कर चुके हैं। वह 2020 से अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद पर कार्यरत हैं। राजेश कुमार 31 अगस्त को सेवानिवृत्त होंगे। राजेश कुमार मीना 61 दिन तक महाराष्ट्र के चीफ सेक्रेटरी रहेंगे। इसके बाद उनके नए अधिकारी को इस पद पर नियुक्ति मिलेगी। आईएएस राजेश कुमार की पत्नी होटल इंडस्ट्री में सक्रिय हैं। वह बीजेपी की नेता होने के साथ सामाज सेवा में काफी समय से सक्रिय हैं।