(बिन्टू कुमार)
नारायणपुर।स्मार्ट हलचल/उपखंड क्षेत्र अन्तर्गत कस्बे की गलियों और स्टेट हाईवे पर सारे नियम कायदे को नजरअंदाज कर गेस्ट हाउस का अवैध धंधा धड़ल्ले से चल रहा है। ये सुरक्षा के लिहाज से बेहद खतरनाक हैं। मौजूदा समय में इनकी संख्या 4 से 5 बताई जा रही है। इनकी वजह से आस-पड़ोस में रहने वाले लोग परेशान हो रहे हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि पूरे कस्बे में फैल चुके अवैध गेस्ट हाउस के नेटवर्क को कैसे जड़ से खत्म किया जाएगा। कस्बे में अवैध रूप से ऐसे नेटवर्क का जाल बिछ चुका है, जो प्रेमी युवक, युवती को किराए पर कुछ घंटों के लिए कमरा देते हैं। इनका कहीं कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है। बिना किसी आईडी प्रूफ व सुरक्षा की जांच किए बिना ये गेस्ट हाउस युवक, युवती को कमरा उपलब्ध करा देते हैं। इन गेस्ट हाउस की मदद से तमाम तरीके के वैध-अवैध काम किए जा रहे हैं। किसी के साथ कोई घटना हो जाए तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। इसका जवाब भी किसी के पास नहीं है। जानकारी के मुताबिक जो अवैध गेस्ट हाउस चल रहे है उन में 800 रु से लेकर 1000 रुपये घंटों के हिसाब से प्रेमी युगल को रूम उपलब्ध कराए जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो इन गेस्ट हाउसों के मालिक पर सरकारी ओहदों पर बैठे बड़े अफसर या फिर नेताओं का आशीर्वाद प्राप्त है, इस वजह से प्रशासन व पुलिस इन पर हाथ नहीं डालती है। कस्बे में इस तरीके से छोटे बड़े करीब 4 से 5 गेस्ट हाउस चल रहे हैं। इनके बढ़ते जाल और खतरे को देखते हुए नींद में सो रहे प्रशासन ने अब तक अवैध गेस्ट हाउस के मालिकों के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई। इधर थानाधिकारी शिम्भूदयाल ने बताया कि पुलिस द्वारा समय-समय पर गेस्ट हाउसों को चैक किया जाता हैं, फिर भी हमको कोई सुचना मिलती है तो हम उन पर कार्रवाई करते हैं।