पुलिस का संरक्षण सट्टे की खाईवालों के लिए बना वरदान ।
महेंद्र कुमार सैनी
स्मार्ट हलचल/नगर फोर्ट टोंक जिले के सोप पुलिस थाना क्षेत्र में जुएं सट्टे का अवैध कारोबार खुलेआम चल रहा है । करीब एक दर्जन सट्टे के खाईवाल क्षेत्र में सक्रिय है। खुलेआम सट्टे की पर्चियां काटी जाती है। इन्हें सीधा सीधा पुलिस का संरक्षण मिला हुआ है।इनका अवैध कारोबार दिन दुना रात चौगुना बढ़ता जा रहा है। युवा वर्ग जल्दी ही अमीर बनने की चाहत में सट्टे के धंधे में लिप्त होता जा रहा है।कई परिवार बर्बाद होकर अपनी जमीन जायदाद सट्टे की खाईवालों के यहां गिरवी रख चुके हैं। सोप थाना क्षेत्र के ही एक खाईवाल ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि एक खाईवाल 7 हजार रुपए की मंथली दे रहा है। फिरोज नाम का व्यक्ति हर महीने आता है सभी से थाने की मंथली लेकर चला जाता है।काम करने के लिए मंथली देनी ही पड़ती है। इस से यह कहावत चरितार्थ हो रही है पानी में रहकर मंगरमंछ से कोन बैर करें। खुलेआम जुएं सट्टे के चलते हुए कस्बे का माहौल दिनों-दिन बिगड़ता जा रहा है। लखपति बनने के लालच में इस अवैध धंधे में लिप्त युवक क्षेत्र में कई तरह की आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे देते हैं। जिससे क्षेत्र का माहौल खराब होता है। जानकारी के अनुसार सोप क्षेत्र में रोजाना लाखों रुपए का जुआ सट्टा खेला जाता है। सोप थाना क्षेत्र टोंक जिले की सीमा के आख़री बोर्डर पर होने के कारण बाहरी क्षेत्र के लोगों का यहां पर निरंतर आना जाना रहता है।जो कभी भी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे देते हैं। पूर्व में भी यहां पर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिया जा चुका है। वर्तमान में सोप थाने पर कार्यरत थाना प्रभारी देवेंद्र सिंह इस थाने का दुसरी बार कार्यभार संभाला है। पूर्व में भी इस थाने पर रह चुके हैं। सिंह के लिए इस थाने से विशेष लगाव रहा है। लोगों द्वारा पुलिस की कार्यशैली पर कई तरह के सवालिया निशान लगाए जा रहे हैं