खनिज विभाग की अनदेखी से सावर क्षेत्र में सक्रिय बजरी माफिया
दिलखुश मोटीस
केकड़ी (अजमेर)_स्मार्ट हलचल/सावर तहसील क्षेत्र के अनेक गांवों में इन दिनों खनिज विभाग की अनदेखी के चलते अवैध बजरी खनन, स्टॉक और परिवहन का गोरखधंधा जोरों पर है, जिससे राज्य सरकार को लाखों रुपए के राजस्व की चपत लग रही है।
सूत्रों के अनुसार, मानसून पूर्व बजरी माफियाओं द्वारा खनन कर बनाए गए अवैध स्टॉक को अब रात के समय चोरी-छिपे ऊँचे दामों पर बेचा जा रहा है। बारिश के चलते नदी और खालों में पानी भर जाने से वैध लीजधारकों की खनन गतिविधियाँ ठप हो गई हैं, वहीं दूसरी ओर माफिया सक्रिय हो गए हैं।
लीजधारकों का आरोप
अधिकृत लीजधारकों के मैनेजर भीम सिंह ने बताया कि गोठड़ा, देवमण्ड, मेहरूकला समेत कई गांवों में अवैध बजरी के बड़े-बड़े ढेर लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा 1 जुलाई से 31 अगस्त तक मानसून सत्र में खनन पर रोक है, जिसके चलते वैध लीजधारक बजरी नहीं निकाल पा रहे हैं। लेकिन अवैध स्टॉक को चोरी-छिपे बेचकर माफिया मोटा मुनाफा कमा रहे हैं और सरकार को राजस्व का भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं।
भीम सिंह ने बताया कि इस संबंध में जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की गई है।
प्रशासन का पक्ष
इस संबंध में सहायक खनिज अभियंता सावर, मनोज तंवर ने कहा कि—
> “ऐसे अवैध बजरी स्टॉक की जांच करवाई जाएगी और दोषियों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
वहीं तहसीलदार सावर भगवती प्रसाद वैष्णव ने स्पष्ट किया कि—
> “यदि सरकारी भूमि पर अवैध स्टॉक पाया गया, तो उसे जब्त कर संबंधित व्यक्तियों पर जुर्माना लगाते हुए कानूनी कार्यवाही की जाएगी।”