शराब माफियाओं की अवैध दूकानें हटाने के लिए कलेक्टर को दिया ज्ञापन
महिलाएं बोलीं- छात्राएं स्कूल जाती हैं तो शराबी कंसते हैं फब्तियां
स्मार्ट हलचल टोंक/चेतनपुरा गांव में अवैध शराब की दुकाने बेधड़ले चल रही है जिनका कोई समय नही है। जब ग्राहक आए चाहे रात हो या दिन तब ये शराब बेचते है जिनके पास आबकारी विभाग का कोई लाईसेंस भी नही है।इस ओर पुलिस प्रशासन ने भी आंखें मूंद लेने से शराब माफिया बेखोप है। जिससे असामाजिक तत्वों सहित बदमाश भी शराब पीकर आए दिन उत्पात मचाने व स्कूल जाने वाली बच्चियों पर फब्तियां कसते है। जो अवैध शराब की ब्रांचों को बंद करने के लिए 11 जुलाई गुरुवार को महिलाओं ने जिला कलेक्टर सौम्या झा को ज्ञापन दिया है। शराब की अवैध ब्रांचों को बंद करने को लेकर मेहंदवास थाना क्षेत्र के चेतनपुरा गांव की महिलाओं ने कलेक्टर को ज्ञापन दिया है। ज्ञापन में भीमसेना के जिलाध्यक्ष अशोक बैरवा ने बताया कि हाल ही एक शराब के नशे में धुत पिता ने अपनी बेटी से मारपीट कर घायल कर दिया था।नौजवान भी इसकी लत में आते जा रहे हैं।
कहा कि गांव में छोटी बड़ी दुकानें मिलाकर करीब आधा दर्जन अवैध शराब की दुकानें हैं। इससे गांव का माहौल खराब है।शराबी आये दिन स्कूल,कॉलेज से आने-जानी वाली बालिकाओं और युवतियों को परेशान करते हैं।लड़कियों पर फब्तियां कंसते हैं।इससे बालिकाएं,महिलाएं असुरक्षित महसूस करती हैं।इसको लेकर मेहंदवास थाना पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारियों से भी शिकायत की लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।महिलाएं पुरुषों को शराब पीने के लिए मना करती हैं तो उनसे मारपीट करते हैं।