शाश्वत तिवारी
सुवा। स्मार्ट हलचल| फिजी स्थित भारतीय उच्चायोग टुबालेवु गांव ग्राउंड वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर का गवाह बना, जो भारत सरकार की क्विक इम्पैक्ट प्रोजेक्ट्स (क्यूआईपी) पहल के तहत एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह एमओयू फिजी के लोक निर्माण मंत्रालय और टुबालेवु गांव के प्रतिनिधियों के बीच साइन किया गया, जिसका मकसद स्थानीय समुदाय के लिए सुरक्षित और भरोसेमंद पीने के पानी तक पहुंच में सुधार करना है।
हस्ताक्षर समारोह में फिजी में भारत के उच्चायुक्त सुनीत मेहता मौजूद थे। इस डेवलपमेंट पर प्रकाश डालते हुए, फिजी में भारतीय उच्चायोग ने 22 दिसंबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर जानकारी साझा करते हुए कहा उच्चायुक्त सुनीत मेहता ने आज लोक निर्माण मंत्रालय और टुबालेवु गांव के प्रतिनिधियों के बीच टुबालेवु गांव ग्राउंड वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर होते देखा।
उच्चायोग ने इस पहल के व्यापक महत्व पर भी जोर देते हुए कहा यह प्रोजेक्ट, जो भारत सरकार की क्विक इम्पैक्ट प्रोजेक्ट पहल है, टुबालेवु गांव के घरों में सुरक्षित पीने का पानी लाएगा और अगस्त 2025 में माननीय प्रधानमंत्री सिटिवेनी राबुका की भारत यात्रा के दौरान किए गए वादे को पूरा करेगा।
टुबालेवु गांव ग्राउंड वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट से गांव के घरों को सीधे फायदा होने की उम्मीद है, जिससे पानी की पहुंच और गुणवत्ता से जुड़ी लंबे समय से चली आ रही चुनौतियों का समाधान होगा।
यह भारत के डेवलपमेंट पार्टनरशिप अप्रोच को दिखाता है, जो समुदाय-स्तर के इंफ्रास्ट्रक्चर और लोगों पर केंद्रित नतीजों को प्राथमिकता देता है। यह पहल ग्लोबल साउथ के देशों के साथ भारत की लगातार और बढ़ती भागीदारी का हिस्सा है, जो लक्षित, उच्च-प्रभाव वाले हस्तक्षेपों के माध्यम से क्षमता-निर्माण, इंफ्रास्ट्रक्चर सपोर्ट और समावेशी विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।


