जितेन्द्र गौड़
बून्दी- स्मार्ट हलचल/मुख्यालय के राजकीय चिकित्सालय में मानसिक रोगियों के लिए आउटडोर चिकित्सा व्यवस्था है लेकिन मानसिक रोगियों को बूंदी के राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कर उपचार करने की व्यवस्था नहीं है। बूंदी मुख्यालय पर मनोरोगियों को भर्ती कर चिकित्सा की व्यवस्था नहीं होने से परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिला मुख्यालय पर मनोरोगी रोगियों की व्यवस्था नहीं होने पर संभाग या प्रदेश स्तर के चिकित्सालय में चिकित्सा करवाने जाने की मजबूरी होती है। निजी चिकित्सालय में उपचार पर काफी खर्चा होता है जिसको वहन करना आम नागरिकों के लिए कठिन है।
मानसिक रोगियों की संख्या में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। मानसिक बीमारियां अनेक प्रकार की है। कुछ रोगियों को भर्ती कर उपचार करना आवश्यक होता है। अपने घर से काफी दूर रहकर ऐसे रोगियों का उपचार करवाया जाना कठिन होता है। उपचार के अभाव में बहुत से रोगी सड़कों पर घूमते हुये देखें जाते हैं या घरों में कैद रखने पड़ते है।
मूलचंद शर्मा, समाजसेवी तलवास ने भजनलाल शर्मा, मुख्यमंत्री व गजेन्द्र सिंह, चिकित्सा मंत्री को पत्र भिजवा कर प्रत्येक जिला मुख्यालय पर अन्य बीमारियों के उपचार की तरह मनोरोगी की भी इनडोर उपचार की मांग की है। सरकार से मनोरोग पीड़ित व्यक्तियों को इनडोर उपचार हेतु पृथक से व्यवस्था करवाने की मांग गयी है। सरकार सभी प्रकार के रोगों का उपचार करवा रही है। प्रदेश में जिला स्तर पर जहां जहां मानसिक रोगियों के लिए इनडोर व्यवस्था न हो वहां पर व्यवस्था करवाने की आवश्यकता हैं । सरकार द्वारा इस बिंदु पर सर्वहिताय सकारात्मक निर्णय लेने की आवश्यकता है। सरकार मनोरोगी व्यक्तियों के परिजनों के हित में शीघ्र निर्णय लिया जाकर राहत प्रदान की जावेगी ऐसी सरकार से अपेक्षा की जाती है।