इंदिरा गांधी पर अमर्यादित टिप्पणी के विरोध में कांग्रेस का विधानसभा घेराव, डोटासरा के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन
विधानसभा घेराव में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हल्ला बोल, पुलिस लाठीचार्ज में कई कार्यकर्ता घायल
अजय सिंह
जयपुर-
राजस्थान विधानसभा में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. इंदिरा गांधी पर भाजपा सरकार के मंत्री अविनाश गहलोत द्वारा की गई अमर्यादित टिप्पणी के विरोध में कांग्रेस ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस विरोध की अगुवाई राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने की। सोमवार को हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने विधानसभा का घेराव कर मंत्री से माफी की मांग और निलंबित विधायकों की बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
विधानसभा सत्र के दौरान मंत्री की टिप्पणी के खिलाफ विरोध करने पर गोविन्द सिंह डोटासरा सहित छह विधायकों को बजट सत्र से निलंबित कर दिया गया, जिसके खिलाफ कांग्रेस विधायकों ने पिछले तीन दिनों से विधानसभा में धरना दिया हुआ है।
कांग्रेस का शक्ति प्रदर्शन:
प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा के आह्वान पर सोमवार को प्रदेशभर से हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता, सांसद, विधायक प्रत्याशी, जिलाध्यक्ष, प्रदेश पदाधिकारी, अग्रिम संगठनों के पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि सहकार मार्ग पर एकत्रित हुए। शांतिपूर्ण तरीके से शुरू हुए इस प्रदर्शन ने जल्द ही जोर पकड़ा और विधानसभा की ओर कूच करने का प्रयास किया गया।
पुलिस लाठीचार्ज और पानी की बौछारें:
विधानसभा घेराव के दौरान पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए लाठीचार्ज और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। इस दौरान कई कांग्रेस कार्यकर्ता घायल हो गए। शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे अनेक नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लेकर जयपुर के विभिन्न थानों में बंद कर दिया।
कांग्रेस की मांगें:
कांग्रेस नेताओं ने मांग की कि मंत्री अविनाश गहलोत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ की गई अमर्यादित टिप्पणी के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। साथ ही, निलंबित विधायकों का निलंबन तुरंत रद्द किया जाए।
स्वर्णिम चतुर्वेदी, महासचिव एवं मीडिया प्रभारी, राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बताया कि भाजपा सरकार की “हठधर्मिता” के खिलाफ कांग्रेस का आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक मंत्री माफी नहीं मांगते और निलंबित विधायकों को बहाल नहीं किया जाता।
यह प्रदर्शन कांग्रेस की एकजुटता और लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखने के संकल्प को दर्शाता है। पार्टी ने साफ किया कि किसी भी कीमत पर पूर्व प्रधानमंत्री के अपमान को सहन नहीं किया जाएगा।