काछोला 23 दिसम्बर -स्मार्ट हलचल/राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020 व NCF- FS की अभिशंषाओं के क्रम में प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा को महत्वपूर्ण माना गया।जो शिक्षा के नियम के रूप में परिभाषित की गई तथा विद्यार्थियों के साथ समग्र विकास की अपेक्षा की गई। समग्र विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक है कि विद्यार्थियों का गतिविधि आधारित शिक्षण एवं सतत आकलन किया जाए। सतत आकलन के लिए पोर्टफोलियो प्रभावी टूल के रूप में उपयोग किया जाता है ।
बच्चों की शैक्षिक प्रगति को समग्र रूप से नियमित जांच करना आवश्यक है ,इसी क्रम में सोमवार को पीएम श्री राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय धामनिया में बाल वाटिका कक्षाओं का सघन निरीक्षण किया गया।
सघन निरीक्षण में मुख्य ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी दिनेश पुरोहित तथा आरपी अर्जुन सिंह मीणा ने बाल वाटिकाओं की कक्षाओं का निरीक्षण किया ।निरीक्षण के दौरान आरपी अर्जुन सिंह मीणा ने कहा कि सृजनात्मक कार्यों के अवसर प्रदान के लिए सहभागिता जरूरी है ।सह शैक्षिक गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों में सहभागिता को बढ़ावा देकर नए आयाम नन्हें-नन्हें बालकों में स्थापित करना है। इस मौके पर संस्था प्रधान विजय लक्ष्मी मीणा ने कहा कि एक निश्चित अवधि में पूर्व प्राथमिक शिक्षा में 3से 6 वर्ष आयुवर्ग वाले बच्चों को उपलब्धि के संचय साक्ष्य के रूप में छात्रों को उत्कृष्ट की ओर बढ़ता है ।इस मौके पर छात्र-छात्राओं के साथ आरपी मीणा तथा संस्था प्रधान में शिक्षण कार्य करवाया। इस मौके पर कक्षा अध्यापक देवराज गुर्जर ,पीएम श्री प्रभारी जगदीश चंद्र मंत्री उपस्थित थे।


