सांसद बेनीवाल ने कहा खारा राठौड़ान में पकड़ी गई ड्रग फैक्ट्री और गंगाला सहित अन्य स्थानों पर की गई छापेमारी के मामला दबा क्यों
बाड़मेर, 17 मार्च 2025: स्मार्ट हलचल/बाड़मेर जैसलमेर बालोतरा संसदीय क्षेत्र के लोकसभा सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने सोमवार को लोकसभा सदन में नियम 377 के तहत मामला उठाते हुए कहा अंतरराष्ट्रीय सीमावर्ती क्षेत्र में सीमा पार से बाड़मेर संसदीय क्षेत्र सहित राजस्थान में अंतर्राष्ट्रीय मादक पदार्थों के बढ़ते नशे और हथियारों की तस्करी पर कड़ी रोक लगाने, सुरक्षा बढ़ाने और प्रतिबंधित क्षेत्र में भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से बढ़ते जमीनों के अवैध कारोबार की जांच के लिए विशेष राष्ट्रीय जांच एजेंसियों से सख्त कार्रवाई की मांग की।
सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने कहा बाड़मेर संसदीय क्षेत्र जो अंतर्राष्ट्रीय भारत-पाकिस्तान सीमा से जुड़ा हुआ है, सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय तस्करी से मादक पदार्थों के नशे और अवैध हथियारों का कारोबार दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है, जो देश की सुरक्षा के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन चुका है।
सांसद बेनीवाल ने सदन में कहा भारत-पाक बॉर्डर पर 10 सितंबर 2024 को डीआरआई मुंबई द्वारा खारा राठौड़ान, गंगाला और अन्य स्थानों पर छापेमारी कर ड्रग फैक्ट्री पकड़ी गई थी, लेकिन दुर्भाग्यवश इस मामले पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई मामला दबा दिया गया। विगत वर्षों में सीमा पार से अंतरराष्ट्रीय तस्करी से करोड़ों रुपए की हीरोइन, एमडी, कोकीन के साथ गांजा, अफीम और अन्य मादक पदार्थों के साथ अत्याधुनिक विदेशी हथियारों के जखीरे पकड़े गए हैं, परंतु इन पर कोई ठोस निर्णायक कदम नहीं उठाया गया, जिससे तस्करी का कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा है।
उन्होंने यह भी कहा इस लापरवाही के कारण विशेषकर शिक्षण संस्थानों के आसपास क्षेत्र के गली, चौराहे ढाबों और दुकानों सहित सार्वजनिक स्थलों पर भी धड़ल्ले से मादक पदार्थ बेचे जा रहे हैं, जिससे बाड़मेर, जोधपुर और राजस्थान के अन्य क्षेत्रों के हजारों स्कूल, कॉलेज सहित युवा नशे और अपराध के दलदल में फंसते जा रहे हैं। इस गंभीर समस्या का समाधान तत्काल और ठोस कदमों से किया जाना चाहिए।”
सांसद ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सीमांत क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए कड़े उपाय किए जाएं और तस्करी के नेटवर्क को समाप्त करने के लिए प्रभावी कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता बताई कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) और अन्य राष्ट्रीय जांच एजेंसियों की विशेष टीम गठित की जाए, जो तस्करी के नेटवर्क ड्रग माफियाओं और अवैध हथियारों के कारोबारियों के खिलाफ संयुक्त रूप से कार्रवाई की जा सके और इस गंभीर समस्या पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सके।