अंतरराष्ट्रीय भागीदारी जनजाति उत्सव में नव अंशिका के अवधी फूड स्टॉल ने महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर
समर्थ कुमार सक्सेना
लखनऊ।स्मार्ट हलचल/जनजाति विकास विभाग, उत्तर प्रदेश लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान द्वारा आयोजित लोक नायक बिरसा मुण्डा की जयंती “जनजातीय गौरव दिवस” के अवसर पर 15 से 20 नवम्बर तक आयोजित “अंतरराष्ट्रीय भागीदारी उत्सव” के ट्रेडिशनल फूड कार्ट में नव अंशिका फाउण्डेशन की अध्यक्षा नीशू त्यागी की अगुआई में अवधी खानपान की स्टॉल लगायी गई। इसके माध्यम से पिज्जा, मोमोज, कोक के दीवानों की जुबां पर एक बार फिर से ठेठ अवधी पारंपरिक खानपान का स्वाद चढ़ाया गया। वहीं महिला सशक्तिकरण के लिए इस स्टॉल के माध्यम से उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का मार्ग भी सुझाया गया।
इस स्टॉल के माध्यम से महिलाओं ने मटर की घुघरी, अवध स्पेशल फरा, गुड़ के सेव, मूंग दाल का समोसा, अवध स्पेशल चाट, पानी के बताशे, गुड़ का खुरमा, खस्ता कचौड़ी, नमक पारे, आलू मटर पापड़ी चाट तैयार की। इसके साथ ही उन्होंने आधुनिक बाजार के अनुरूप उनके विक्रय, स्वच्छता और पैकिंग का हुनर भी अर्जित किया। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक वेइंग मशीन और यूपीआई ऑनलाइन पेमेंट की विधियां भी सीखीं। यह भी जाना कि किस तरह हाथों में प्लास्टिक के दस्ताने और सर के लिए डिस्पोजेबल कैप का प्रयोग करना चाहिए। यहां तक कि चाट के बताशों के लिए टोटी वाली पारदर्शी प्लास्टिक की टंकी का प्रयोग किया गया।
महिला सशक्तिकरण अभियान से जुड़ी स्वाति पाण्डेय ने बताया कि यूं तो वह घर का भोजन रोज ही तैयार करती है पर पाक विधा से किस तरह रोजगार का सृजन किया जा सकता है यह उन्होंने नव अंशिका फाउण्डेशन की अवधी फूड स्टॉल से जुड़कर जाना। उनके जैसी कई अन्य महिलाएं भी आत्मनिर्भर होने का सशक्त मार्गदर्शन नव अशिंका से जुड़कर हासिल कर रही हैं।