202 यूनिट रक्त जमा, एक ने की देहदान की घोषणा।
सेल्फी पाइंट पर खिचवाएं फोटो।
चित्तौड़गढ़। स्मार्ट हलचल/आचार्य तुलसी बहुउद्देशीय फाउंडेशन द्वारा इस वर्ष महिला दिवस के उपलक्ष में एक दिन बाद 9 मार्च रविवार के दिन नगर अध्यक्ष पूर्णिमा मेहता के नेतृत्व में महिलाओं के लिए महिला रक्तदान शिविर का आयोजन गांधीनगर स्थित मांगलिक धाम प्रांगण में किया गया जिसमें रक्तदान 202 यूनिट दर्ज किया गया।
रक्तदान शिविर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चित्तौड़गढ़ की अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह, डाॅक्टर रीनू जोशी, मीना नरेन्द्र चोरडिया, अल्का जैन, रश्मि धाड़ेवा, सुमित्रा श्रीश्रीमाल, कपिला धोखा, नीता सांवत, अशोक श्रीश्रीमाल, उमेश जैन थे।
लगभग दस वर्षों से महिला दिवस पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। बता दें कि रक्तदान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर ही एटीबीएफ का नाम वर्ष 2022 के लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में पहले ही दर्ज किया जा चुका है।
नगर अध्यक्ष पूर्णिमा मेहता के अनुसार शिविर का शुभारंभ रविवार सुबह 10 बजे अतिथियों द्वारा भारत माता की तस्वीर पर माल्यार्पण कर, दीप प्रज्ज्वलित कर किया। अतिथियों के सम्मान में उन्हें प्रशस्ति पत्र, मोमेंटो भेंट कर उपरना पहनाकर स्वागत किया गया।
सेल्फी पाइंट, अल्पाहार और प्रदर्शनी रही आकर्षण का केंद्र।
सचिव तारा पारीक के अनुसार रक्तदान के दौरान सेल्फी पाइंट के साथ एटीबीएफ द्वारा रक्तदान के क्षेत्र में सफलता को दर्शाने के लिए लगाई गई प्रदर्शनी रक्तदान करने पहुंची महिलाओं एवं परिजनों के लिए प्रेरणास्रोत होकर आकर्षक का केंद्र रहा।
रक्तदान शिविर में आगंतुकों का स्वागत तिलक, मोली बंधन कर गुड़ से मुंह मीठा करवाकर किया गया। बाद में रक्तदान करने पहुंची महिलाओं का पंजीयन काउंटर पर पंजीकरण कर रक्त जांच के बाद रक्तदान करवाया गया।
कुल मिलाकर प्रति वर्ष की भांति इस बार भी महिला रक्तदान शिविर में महिलाओं ने गजब का उत्साह दिखाया। उनके खिलखिलाते चेहरे और जोश देखकर लग ही नहीं रहा था कि वो रक्तदान करने आई है बल्कि माहौल किसी समारोह जैसा लग रहा था, शिविर में अध्यापिकाओं ने भी बढ़ चढ़ कर भाग लिया, तो देवरानी-जेठानी ने और मां-बेटी ने भी एक साथ रक्तदान किया। खून देने वाली कई महिलाएं बन-संवरकर अपनी टोली के साथ शिविर में पहुंची। तो कुछ युवतियां ऐसी भी थी, जिन्होंने पहली बार रक्तदान किया। शिविर में सुबह से लेकर शाम तक महिलाओं ने पहुंचकर रक्तदान किया।
महिला दिवस पर सिर्फ महिलाओं के लिए आयोजित इस रक्तदान शिविर की कमान भी एटीबीएफ की महिला टीम ने संभाल रखी थी। आयोजन में मंचासीन अतिथि भी महिलाएं ही थी। एक तरफ करीब दो दर्जन पलंग लगे थे। जहां महिलाएं उत्साह के साथ रक्तदान करती दिखी। रक्तदान के बाद कैंप मेें ही बने दो सेल्फी पाइंटों पर उन्होंने अपने ब्लड ग्रुप आइकन के साथ फोटो भी खिचवाएं। रक्तदाता महिलाओं के लिए अल्पाहार और उपहार की भी व्यवस्था की गई।
गांधीनगर से आई देवरानी-जेठानी नीतू और अन्नू बजाज ने तीसरी बार रक्तदान किया हालांकि देवरानी थोड़ा डरी हुई दिखी तो जेठानी ने यह कह हौंसला बढ़ाया कि खून तो कुछ दिनों में वापस बन जाएगा।
रक्तदाताओं को प्रेरित करने के लिए प्रशंसा पत्र के साथ किए उपहार भेंट।
प्रत्येक महिला रक्तदाताओं को रक्तदान के उपरांत एटीबीएफ द्वारा प्रशंसा पत्र और प्रोत्साहन स्वरूप उपहार मोनोमार्क इंजीनियरिंग की तरफ से भेंट किए गए।
नगर अध्यक्ष पूर्णिमा मेहता ने बताया कि करीब दो महिनोें से महिला टीम स्कूल, कॉलेज, विभिन्न संस्थानों समेत घर-घर जाकर रक्तदान के लिए महिलाओं को प्रेरित करने में लगी थी।
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इन्होंने किया अवलोकन।
प्रधान देवंद्र कंवर भाटी, महावीर जैन मंडल महिला अध्यक्ष कल्पना मेहता, मधु मट्ठा, सीडीपीओ रूचि भुक्कल, सपना शर्मा, एटीबीएफ की महिला जिलाध्यक्ष वर्षा कृपलानी, लायंस क्लब के बसंती लाल वेद, निम्बाहेड़ा नगर अध्यक्ष ज्योत्स्ना वीरवाल, भावना जैन, तृप्ति कुमावत, हिमानी कृपलानी आदि ने शिविर का अवलोकन किया।
नीना पोरवाल ने की देहदान की घोषणा।
जिंक काॅलोनी निवासी 53 वर्षीय नीना पोरवाल ने शिविर में देहदान की घोषणा की जिनका एटीबीएफ द्वारा स्वागत किया गया।
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शिविर में इनका रहा सहयोग।
एटीबीएफ की नगर अध्यक्ष पूर्णिमा मेहता, सचिव तारा पारीक, उपाध्यक्ष अनामिका चौहान, दिलखुश खेरोदिया, सपना जैन, तारा सहलोत, ज्योति चौपड़ा, सरोज नाहर, राखी गुप्ता, प्रमिला बड़ाला, आशा वेद, श्वेता ढीलीवाल, नेहा सुराणा, रूचिका सोमाणी, निशिका ढीलीवाल, ममता नंदावत, मीनाक्षी लड्ढा, आशा कल, रीना जागेटिया, अरुणा पोखरना, शिवानी साहू, दिपिका छिपा, उषा कुमावत, राधा काबरा आदि का सहयोग रहा।
इनके अलावा जिलाध्यक्ष अनिल भूतड़ा, देव शर्मा, अर्पित बोहरा, संजय जैन, सुरेंद्र टेलर, मुकेश शर्मा, ललित टहल्यानी, कैलाश सोनी, लक्ष्मण छीपा, दिनेश वैष्णव, अपुल चिपड़, दिलीप सुथार, रवि जैन, शैलेंद्र रांका, कुंदर गुर्जर, दुर्गेश लक्षकार, सौरभ ढीलीवाल, दिनेश ओझा, नासिर हुसैन आदि ने भी सेवाएं दी।
गुड़ खाकर बढ़ाओं खून।
कैंप में हिमोग्लोबिन टेस्ट में जिन महिलाओं का खून कम दिखा उन्हें रक्तदान की अनुमति नहीं मिली। सहयोगी उन्हें वहां रखा गुड़ खाकर खून बढ़ाने की सलाह देते दिखे।