किसानों की फसल सूखने की कगार पर है
दाखियां बांध में भी
दबाव का पानी कम आने से
स्मार्ट हलचल टोंक/बीसलपुर बांध से निकल रहा दाखियां लिंक माइनर जिसकी क्षमता 8क्युसेक पानी की है।वर्तमान में 4 क्युसेक पानी ही उपलब्ध हों रहा है। 12 किलोमीटर की लम्बाई का नहर तन्त्र में भी समय पर की पानी नहीं पहुंच पा रहा है।सही निगरानी के अभाव में नहर में अवरोध उत्पन्न होने से नहर का पानी ओवरफ्लो होकर किसानों के खेतों में भर गया तथा टेल किसानों को पानी नहीं मिलने के कारण अन्तिम पानी के अभाव में फसल में उत्पादन प्रभावित होने की सम्भावना नज़र आ रही है।अधिशासी अभियंता बिसलपुर देवली खंड परियोजना सिस्टम फाटक जिससे गेज कम या ज्यादा किया जाता है। उसी तार (रसा)की चोरी हो गया।जिसकी विभाग द्वारा एफ आई आर तक दर्ज नहीं कराई।अब तक नया तार (रसा) भी नहीं लगाया गया जिसके कारण गेज मेनटेन नहीं हों पा रहा है।विभाग के अधिकारियों में विरोधाभास की सजा किसानों को भुगत पड़ रहा है।किसान परियोजना के टोंक एक्शन व बीसलपुर एक्शन में बना है।इस विवाद पर अधीक्षण अभियंता बीसलपुर नहीं दे रहा ध्यान ऐसा ही चला रहा तो मजबूरी में आंदोलन को ज़िला मुख्यालय पर प्रदर्शन करना पड़ता है।भरत राज
किसान महापंचायत लोकसभा प्रभारी क्षेत्र टोंक सवाई माधोपुर ने बताया की ज्ञात रहे पानी नहीं पहुंच ने के कारण 29 नवम्बर को किसानों आन्दोलन किया था। जिसमें प्रशासन की तरफ़ से गिरदावर राधेश्याम को गांव में ही ज्ञापन सौंपा गया तत्काल ही टोंक तहसीलदार से फ़ोन पर बात हुई।सभी बिंदुओं को सुलझाने की हां कि ऐसे में अब किसानों की फसल का अन्तिम सिंचाई का वक्त चल रहा है।सिंचाई विभाग के अधिकारी प्रशासन को भी ग़लत जानकारी देकर गुमराह कर रहे है।एक तो नहर छोड़ने के 12 दिन लेट पानी मिला अब अन्तिम समय में पानी नहीं मिल रहा इस वक्त फसल पकाव अवस्था में है। फ़सल उत्पादन प्रभावित होने से किसान आर्थिक स्थिति प्रभावित होने की सम्भावना होंगी।