समर्थ कुमार सक्सेना
लखनऊ। स्मार्ट हलचल/मंदिर अध्यक्ष श्याम ने कथा मे बताया कि राधा रानी भगवान श्रीकृष्ण की अंतरंगा शक्ति है, इनके पिता का नाम वृषभानु एवं माता का नाम कीर्ति दा है। राधा रानी महाराज वृषभानु को यनुना नदी मे ध्यान करते हुए 1000 पंखुड़ियों वाले कमल पुष्प मे मिली थीं। राधा रानी का भाव यह रहता है कि वह भक्ति में सबसे निम्न स्तर पर हैं और सभी उनसे श्रेष्ठ हैं, जबकि हम राधा रानी के माध्यम से ही भगवान श्रीकृष्ण की सेवा करते हैं। राधा जी की कृपा के बिना भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति प्राप्त नहीं की जा सकती है। वृषभानु नंदिनी राधा रानी ने प्राकट्य से लेकर तब तक अपनी अपनी आँखों को बंद ही रखा ज़ब तक भगवान श्रीकृष्ण उनके समक्ष नहीं आये अर्थात उन्होंने सर्वप्रथम भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन किये।
आईoजीoएफ0, प्रभुपाद यूथ आर्मी, माधव सखी ग्रुप (गृहस्थ भक्त) एवं वैदिक गुरुकुल के बच्चों द्वारा द्वारा सुन्दर नाट्य प्रस्तुतियाँ दी गयी। राधाष्टमी महोत्सव में लखनऊ एवं आस-पास के उपस्थित गणमान्य भक्तों ने दोपहर तक उपवास रखा, तत्पश्चात भोजन प्रसाद (भंडारा) का आनंद उठाया।