वीरभूमि मेवाड़ की अस्मिता से खिलवाड़ पर राजसमन्द ने प्रदर्शन, कुलपति सुनीता मिश्रा को तत्काल पद से हटाकर कठोर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए – हिन्दू समाज
राजसमन्द : मेवाड़ की वीरभूमि ने सदैव आक्रांताओं का डटकर सामना किया है और वीरता, बलिदान तथा मातृभूमि प्रेम की अमर गाथाएँ रची हैं। इसी धरती से एक बार फिर स्वाभिमान की आवाज बुलंद हुई है। सर्व हिंदू समाज ने सोमवार को पुरानी कलेक्ट्री से किशोर नगर होते हुए जिला परिषद चौराहे तक रैली निकाल कर विशाल मानव श्रृंखला बनाई और उसके बाद कलेक्ट्री पहुँचकर उग्र प्रदर्शन करते हुए राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस आंदोलन में सर्व हिंदू समाज की सज्जनशक्ति और युवाशक्ति की पूरे जोश के साथ उपस्थित रही। हाथों में विरोध का स्पष्ट सन्देश देती तख्तियां और नारेबाजी से गूँजते इस प्रदर्शन ने माहौल को जनजागरूकता और आक्रोश से भर दिया। ज्ञापन का मुख्य विषय मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर की कुलपति प्रो. सुनीता मिश्रा के विवादित बयान को लेकर था। ज्ञापन में कहा गया कि मेवाड़ ने सदैव बाहरी आक्रांताओं का सशक्त प्रतिकार किया है। महाराणा कुम्भा, महाराणा सांगा, महाराणा प्रताप और महाराणा राजसिंह जैसे वीर शासकों ने इस धरा के सम्मान के लिए सर्वस्व बलिदान कर दिया। ऐसे गौरवशाली इतिहास वाली भूमि पर विश्वविद्यालय की कुलपति द्वारा मुगल शासक औरंगजेब का महिमामंडन कर उसे कुशल प्रशासक बताना न केवल इतिहास से छेड़छाड़ है, बल्कि पूरे क्षेत्र की धार्मिक भावनाओं पर गहरी चोट है। सर्व हिंदू समाज का कहना है कि यह बयान न केवल उदयपुर, बल्कि संपूर्ण मेवाड़ व भारत देश की अस्मिता और स्वाभिमान पर हमला है। कुलपति जैसे जिम्मेदार और संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा इस प्रकार का वक्तव्य देना आने वाली पीढ़ियों को गुमराह करने के समान है। प्रदर्शन के दौरान वातावरण मेवाड़ का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान, औरंगजेब का महिमामंडन बंद करो, कुलपति को बर्खास्त करो जैसे नारों से गूंजता रहा। उग्र आंदोलन में विभिन्न समाज प्रमुखों ने भी कंधे से कंधा मिलाकर भागीदारी निभाई।
• पदमुक्ति और कानूनी कार्रवाई की मांग
ज्ञापन में स्पष्ट कहा गया है कि मेवाड़ की छत्तीस बिरादरी इस बयान की कड़ी निंदा करती है और मांग करती है कि प्रो. सुनीता मिश्रा को तुरंत कुलपति पद से बर्खास्त किया जाए। साथ ही उनके विरुद्ध धार्मिक भावनाएं भड़काने और इतिहास से छेड़छाड़ करने के अपराध में कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए। सर्व हिंदू समाज ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और व्यापक होगा तथा जनता सड़क से सदन तक विरोध दर्ज कराएगी।
• सम्पूर्ण भारतीय अस्मिता और गौरव का प्रश्न
मेवाड़, जो विश्वभर में वीरता और बलिदान की मिसाल के रूप में जाना जाता है, आज अपने गौरव के अपमान से आहत है। ज्ञापन में कहा गया कि यह केवल किसी एक समाज का मामला नहीं है, बल्कि सम्पूर्ण भारतीय अस्मिता और गौरव का प्रश्न है। इसीलिए राज्यपाल से निवेदन किया गया है कि जनभावनाओं का सम्मान करते हुए कुलपति को पद से हटाकर न्यायोचित कार्यवाही सुनिश्चित करें।