भीलवाड़ा । आसींद क्षेत्र के मोतीपुर ग्राम पंचायत के जबरकिया ग्राम में ग्रामीण पानी की समस्या से जूझ रहे हैं गांव में नल जल योजना बेकार साबित हुआ है ।पेयजल योजनाओं के नाम पर पैसा खूब आया,ठेकेदार से लेकर पंचायत व विभाग के अधिकारी मिलीभगत दर्शाता है ठेकेदार की लापरवाही से कहीं मोहल्ले में पाइपलाइन अभी तक नहीं डाली गई है पेयजल व्यवस्था की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ग्रामीण भैरु लाल गुर्जर ने बताया कि पानी पहुंचाने के लिए पाइपलाइनें डालकर कुछ टंकियों से जोड़ दिया, लेकिन आज दिन तक पानी नहीं पहुंचा पेयजल योजनाओं के नाम पर खूब राशि आने के बावजूद लोगों की समस्या जस की तस बनी हुई है। जिम्मेदारी अधिकारियों की उदासीनता के चलते जहां एक ओर सरकारी राशि का सदुपयोग नहीं हो पा रहा, वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों को लाभ नहीं मिल पा रहा। इसका नमूना है कि जबरकिया गांव में चंबल परियोजना विभाग की ओर से करीब डेढ़ वर्ष पहले पेयजल योजना पर करीब लाखो रुपए खर्च किए गए थे, लेकिन अब तक गांव के अनेक मोहल्लों के बाशिंदे पानी को तरस रहे हैं। समस्या से जबरकिया के ग्रामीणो के घरों में पानी पहुंचाने के लिए पाइप लाइन डालकर टंकी से जोड़ दिया, लेकिन जबरकिया गांव के कई मौहल्लों में आज तक पानी तो दुर कि बात पाइप लाइन भी नहीं डाली। ऐसे में ग्रामीणों को पेयजल के लिए भटकना पड़ रहा है। ग्रामीण टैंकरों से पानी लाकर प्यास बुझा रहे हैं। पेयजल समस्या को लेकर ग्रामीणों ने कई बार प्रशासन सहित जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
यह है योजना
नापा जी के पास बनाई गई टंकी में पानी पहुंचा कर, टंकी के माध्यम से जबरकिया नापा जी खेड़ा, भीलों का खेड़ा गांवों में घर-घर पानी पहुंचाने की योजना बनाई थी। योजना को शुरू हुए दो साल हो गए है, लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते जबरकिया गांव के कई मौहल्लों के बाशिंदे पानी का इंतजार कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है यदि जल चल अधिकारियों ने अपनी व्यवस्था को चालू नहीं करवाया तो आंदोलन आंदोलन होगा ।