आसींद / जबरकीया (भैरूलाल गुर्जर)। आसींद के जबरकिया में बुजुर्ग महिला का अंतिम संस्कार करने श्मशान घाट पहुंचे लोगों पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। इससे लोगों में भगदड़ मच गई। ग्रामीण भैरु लाल गुर्जर ने बताया कि लोग वृद्धा की डेडबॉडी काे वहीं पर छोड़कर भाग गए। लोगों ने किसी तरह छुपकर खुद को बचाया। मधुमक्खियों ने करीब 60 लोगों को काटा, जिनमें से 9की हालत गंभीर है। मधुमक्खियों के हमले में बुजुर्गों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। भागते वक्त वे चोटिल भी हुए और मधुमक्खियों ने उन्हें काट भी लिया।घायलों को आसींद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मधुमक्खियों ने एक साथ किया हमला मामला गांव जबरकिया का है। सोमवार को गांव निवासी एक वृद्धा पानी देवी जाट की मौत हो गई थी। सुबह 10बजे ग्रामीण उनका अंतिम संस्कार करने के लिए गांव के ही श्मशान घाट पर गए थे। इस दौरान करीब 200/300 लोग वहां मौजूद थे। अंतिम संस्कार की क्रिया अभी शुरू भी नहीं हुई थी कि पेड़ पर लगे छत्ते से मधुमक्खियों ने लोगों पर हमला कर दिया। इतनी सारी मधुमक्खियों को देख ग्रामीणों में भगदड़ मच गई । जिसे जहां जगह मिली, वहीं छिपकर बचाई जान ग्रामीणों के मुताबिक जैसे ही मधुमक्खियों ने हमला किया, लोग इधर-उधर भागने लगे। अचानक भगदड़ सी मच गई। इस भगदड़ में कई लोग गिरकर चोटिल भी हुए। मधुमक्खियों से बचने के लिए कोई घास पर लेट गया तो काेई दीवार के पीछे छिप गया। कुछ ने तो मधुमक्खियों से बचने के लिए काफी दूर तक दौड़ लगाई। अचानक हुए मधुमक्खियों के हमले से काफी देर तक अफरातफरी रही। बाद में जब मधुमक्खियां शांत हुईं तब मृतका का अंतिम संस्कार किया गया। घायल हेमराज जाट ने बताया कि किसी को उल्टी आने की शिकायत हुई तो किसी का मुंह सूज गया। इनमें हरदेव जाट, सुखदेव जाट, छगना लाल जाट, भंवर लाल जाट, महादेव,पप्पू लाल,सम्पत लाल, रामकुवार,पियुष जाट, के अलावा कई लोग शामिल हैं। मधुमक्खियों के शांत होने के बाद गंभीर घायलों को आसींद अस्पताल में पहुंचाया गया। चिकित्सक ने उन्हें तुरंत उपचार दिया। कई अन्य लोग प्राइवेट अस्पताल में चले गए।