भीलवाड़ा । शाहपुरा जिले के जहाजपुर कस्बे में गणेश विसर्जन की धूमधाम से शुरुआत हुई । जलझूलनी एकादशी को हुए सांप्रदायिक तनाव के बाद चार दिन से बंद पड़ा बाजार रौनक से भर गया है। जगह-जगह गणपति बप्पा के जयकारे गूंज रहे थे और बड़ी संख्या में लोग शोभायात्रा में शामिल हुए । जलझूलनी एकादशी को जहाजपुर में सांप्रदायिक तनाव के बाद से ही बाजार बंद था। मंगलवार को तीन दिन बाद बाजार खुला और रौनक लौटी । गणेश विसर्जन की शोभायात्रा धूमधाम से निकाली गई जिसमें महिला और पुरुषो ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया । शहर में पुलिस प्रशासन भी सतर्क दिखा और संवेदनशील इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया । शोभायात्रा में किसी भी तरह की अप्रिय घटना ना हो इसके लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंचल मिश्रा खुद मोर्चे पर निकली । शहर में भंवर कला तालाब के पास स्थित नीलकंठ महादेव परिसर, कचहरी गणेश मंदिर परिसर और जय भोले ग्रुप द्वारा गणेश चतुर्थी से ही भव्य आयोजन किए जा रहे थे। मंगलवार को दसवें दिन सभी जगहों से शोभायात्रा निकाली गई जो शाम को जहाजपुर से 5 किलोमीटर दूर बनास नदी पहुंची जहां गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया । भंवर कला तालाब के पास स्थित नीलकंठ महादेव परिसर से सुबह 11:00 बजे शोभायात्रा शुरू हुई। यह नों चौक पहुंची। इसके साथ ही विनायक महोत्सव की प्रतिमा भी विसर्जन के लिए सदर बाजार होते हुए भंवर कला गेट के बाद शाहपुरा रोड पर आगे बढ गई ।सांप्रदायिक तनाव के बाद निकली इस शोभायात्रा में लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था । पुलिस और प्रशासन के लिए भी यह दिन किसी चुनौती से कम नहीं था । सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए । अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंचल मिश्रा के नेतृत्व में एसटीएफ, आरएसी और हाड़ी रानी बटालियन की तीन कंपनियां शहर के विभिन्न हिस्सों में तैनात की गई ।