शाश्वत तिवारी
बीजिंग। स्मार्ट हलचल|विदेश मंत्री डॉ.एस जयशंकर ने सोमवार को चीन की राजधानी बीजिंग में चीनी उपराष्ट्रपति हान झेंग से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने भारत-चीन रिश्तों में सुधार की बात कही और विश्वास जताया कि यह दौरा उनके रिश्तों को और बेहतर बनाएगा। विदेश मंत्री 13-15 जुलाई तक सिंगापुर और चीन की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। वह चीन के तियानजिन शहर में 15 जुलाई को होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक (सीएफएम) में भाग लेने पहुंचे हैं।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में जयशंकर ने लिखा बीजिंग पहुंचने के तुरंत बाद उपराष्ट्रपति हान झेंग से मुलाकात कर खुशी हुई। भारत का चीन की एससीओ अध्यक्षता के लिए समर्थन जताया। हमारे रिश्तों में सुधार हुआ है और मुझे यकीन है कि इस दौरे की बातचीत इसे और आगे ले जाएगी।
विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार जयशंकर ने झेंग के साथ बैठक के दौरान कहा पिछले अक्टूबर में कजान में पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई बैठक के बाद से हमारे द्विपक्षीय संबंधों में लगातार सुधार हो रहा है। मुझे विश्वास है कि इस यात्रा में मेरी चर्चाएं इसी सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ेंगी। कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली की भी भारत में व्यापक रूप से सराहना की जा रही है। हमारे संबंधों के निरंतर सामान्यीकरण से पारस्परिक रूप से लाभकारी परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। पड़ोसी देशों और प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के रूप में, भारत और चीन के बीच विचारों और दृष्टिकोणों का खुला आदान-प्रदान बहुत महत्वपूर्ण है।
इससे पहले विदेश मंत्री ने 13 जुलाई को सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन षणमुगरत्नम से मुलाकात की और उप-प्रधानमंत्री एवं व्यापार तथा उद्योग मंत्री गान किम योंग और विदेश मंत्री डॉ. विवियन बालकृष्णन के साथ भी बैठकें कीं। विदेश मंत्रालय ने कहा सिंगापुर दौरे पर गए विदेश मंत्री ने प्रधानमंत्री की यात्रा और भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन (आईएसएमआर) के दूसरे दौर के परिणामों की प्रगति की समीक्षा की, जिसमें निवेश, औद्योगिक पार्क, सेमीकंडक्टर, बुनियादी ढांचा, कौशल विकास तथा कनेक्टिविटी के क्षेत्र शामिल रहे। उन्होंने आसियान, हिंद-प्रशांत और वैश्विक विकास पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।