दिनेश सनाढ्य
स्मार्ट हलचल|श्री जोगणियां माता शक्तिपीठ प्रबंध एवं विकास संस्थान के द्वारा संचालित श्री जोगणियां माता शक्तिपीठ वेद विद्यालय जो कि महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान उज्जैन शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार से वित्त विहीन वेद पाठशाला योजना के अंतर्गत संबद्धता प्राप्त है में आज नवीन बटुकों का उपनयन संस्कार एवं वेदारंभ संस्कार किया गया।
शक्तिपीठ संस्थान के अध्यक्ष महोदय सत्यनारायण जोशी ने एवं बटुकों एवं अभिभावकों से चर्चा करते हुए बताया कि सनातन संस्कृति में लोग अपने सोलह संस्कारों से विमुख होते जा रहे हैं वेद अध्ययन से ही लोगो में संस्कारों के प्रति जागरूकता आएगी और भारत देश विश्वगुरु बनने की अग्रसर होगा। आदिकाल में जब भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था उसका कारण ज्ञान रुपी धन से है और हर एक सनातनी को जनेऊ धारण करनी चाहिए तभी वास्तविक रूप से धर्म की जागृति होगी।जोशी जी ने कहा कि श्री जोगणियां माता शक्तिपीठ वेद विद्यालय में सात वर्ष अध्ययन करने के बाद यह छात्र बड़े विद्वान बने ओर सम्पूर्ण भारत में इनका नाम हो यही कामना श्री जोगणियां माताजी से करते हैं।
वेद विद्यालय के आचार्यों एवं अध्ययनरत बटुकों द्वारा 29 नवीन छात्रों छात्रों का उपनयन संस्कार करने के बाद चारो वेदों के आचार्यों द्वारा वेदारंभ संस्कार भी किया गया। इस मौके पर संस्थान के व्यवस्थापक शंकर लाल धाबाई, सहायक व्यवस्थापक महेंद्र सोलंकी वेद विद्यालय के अध्यापक नारायण लाल शर्मा, अनिल शर्मा, हरिओम शर्मा, धर्मराज पारीक, परमेश्वर शर्मा, दुर्गेश धाकड़, शांता देवी, मायादेवी उपस्थित रहे।