श्याम सेवा समिति ने जीवरक्षणम टीम को उपलब्ध कराईं दवाइयां, 55 हजार रुपए का सहयोग
शाहपुरा, मूलचन्द पेसवानी
शाहपुरा क्षेत्र में गौवंश की सेवा और संरक्षण को लेकर उल्लेखनीय कार्य कर रही सामाजिक संस्था जीवरक्षणम के समर्पित प्रयासों से प्रेरित होकर शाहपुरा श्याम सेवा समिति ने संवेदनशील और अनुकरणीय पहल की है। शुक्रवार को समिति द्वारा घायल एवं बीमार गौवंश के उपचार हेतु लगभग 55 हजार रुपए मूल्य की दवाइयों की खेप जीवरक्षणम टीम को सौंप दी गई।
श्याम सेवा समिति के प्रवक्ता ने बताया कि समाज सेवा के विविध क्षेत्रों में कार्य करते हुए भी गौसेवा को सर्वोच्च स्थान दिया जाता है। “गौवंश की सेवा सर्वोपरी है” इसी भावना के साथ समिति ने यह सहयोग प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी समिति द्वारा जीवरक्षणम को दवाइयां उपलब्ध कराई गई थीं और संस्था ने उनका सदुपयोग करते हुए कई घायल व बीमार गौवंश को नया जीवन दिया। इसी सकारात्मक परिणाम ने समिति को पुनः सहयोग प्रदान करने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने यह भी कहा कि श्याम सेवा समिति सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए ऐसे सेवा कार्यों को आगे भी निरंतर जारी रखेगी। गौसेवा जैसे पवित्र कार्य में योगदान देना समिति के लिए गौरव की बात है।
वहीं, टीम जीवरक्षणम के प्रवक्ता ने श्याम सेवा समिति की इस प्रेरणादायी सहायता के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि शाहपुरा क्षेत्र में घायल व बीमार गौवंश की सेवा लगातार अनवरत जारी है, और इसमें नगर के कई युवा स्वेच्छा से जुड़कर योगदान दे रहे हैं। सेवा भाव ही इस मुहिम की सबसे बड़ी शक्ति है।
प्रवक्ता ने कहा कि गौसेवा केवल सामाजिक कार्य नहीं, बल्कि मानवीय कर्तव्य है। टीम प्रतिदिन कॉल मिलने पर मौके पर पहुंचकर घायल एवं बीमार गौवंश को प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराती है और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें गौशाला तक भी शिफ्ट किया जाता है।
उन्होंने बताया कि इस सेवा अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए घायल व बीमार गौवंश को शिफ्ट करने हेतु एक वाहन की अत्यंत आवश्यकता है। इस संबंध में श्याम सेवा समिति को प्रस्ताव दिया गया है। वाहन मिलने पर यह कार्य और अधिक सुचारू व प्रभावी ढंग से हो सकेगा तथा अधिक से अधिक गौवंश को जीवनदान मिलेगा।
जनसेवा और करुणा का यह संगम शाहपुरा में मानवीय संवेदनाओं का शानदार उदाहरण प्रस्तुत करता है। श्याम सेवा समिति एवं जीवरक्षणम की यह संयुक्त मुहिम समाज में जागरुकता का संदेश दे रही है कि यदि संवेदनशीलता और सहयोग मिल जाए तो किसी भी नेक कार्य को नई दिशा मिल सकती है। शाहपुरा में गौसेवा की यह प्रेरक पहल निसंदेह पूरे क्षेत्र में मानवीय मूल्यों को मजबूत करने का कार्य कर रही है और आने वाले समय में इससे और भी अधिक लोग जुड़ेंगे, ऐसी आशा व्यक्त की जा रही है।


