करेड़ा। राजेश कोठारी
जिस शिक्षा के मंदिर में शिक्षा दी जाती है वहां की व्यवस्था का मजबूत होना बेहद जरूरी है अगर शिक्षा मंदिर की दीवारें ही जर्जर हो और उसमें बैठकर शिक्षा लेने वाले बच्चों में हर समय हादसे का डर बना रहेगा तो शिक्षा कैसे लेंगे। जी हां ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है उप खंड क्षेत्र के रामपुरिया ग्राम पंचायत के ढाणियां सोमाणिया गांव के स्कूल में जहां गत दिनों झालावाड़ जिले में हुई घटना के बाद जिला कलेक्टर जसमीत सिंह के निर्देश पर जांच करने पहुंची टीम ने स्कूल के जर्जर व खस्ताहाल में हो रहे और दिवारो में आ रही दरारें को लेकर 5 कमरों को एक साथ सील कर दिया। इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है इस स्कूल के हालात कैसे होगे और बच्चे कैसे पढ़ते होंगे …? इधर प्रधानाचार्य तिरथ राम रेगर ने बताया कि हमने कई बार इस बारे में अधिकारियों को अवगत भी कराया मगर न तो किसी तरह का समाधान हो पाया न ही मरम्मत के लिए बजट आवंटन हो पाया। इधर ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल में 133 बच्चे पढ़ते हैं जर्जर कमरों को सील करने के बाद दो कमरों में इतने बच्चों को कैसे पढाया जायेगा।