भीलवाड़ा । रविवार को स्थानीय नाथद्वारा सराय स्थित दादा हेमराजमल भगत झूलेलाल सनातन मन्दिर में सिंधी समाज द्वारा अपने पारंपरिक पोह के मासिक चंड्र का उत्सव पूर्ण विधि-विधान व आस्था, श्रद्धा और हर्षोल्लास से मनाया. सिंधी समाज के मीडिया प्रभारी मूलचंद बहरवानी ने बताया कि इस अवसर पर महंत टेऊंराम भगत के सानिध्य में भगवान झूलेलाल की पंजडों-भजनों सहित विभिन्न गीतों व संगीत, पुष्प वर्षा व आकर्षक नृत्य व छेज से आराधना की गई. इससे पूर्व “झूलेलाल मुहिन्जों उडेरो लाल”, “गुरू त मुहिंजो झूलण आहे” “असांजा अर्जु सभई अगाइंदों… सुठी राह हलाइंदो पार पहुॅचाइंदो…”रख त मुहिन्जे लालण ते-पाण ही पूरी कंदो…”बेडीय वारा अदा रे मुहाणा- माँ त लाल ते थी वन्या “लाल झूलेलाल-झूलेलाल… लाल झूलेलाल- झूलेलाल…” “जली झोली अथम झूलेलाल ते-मुहिंजो नंग आहे नंगपाल ते” “खुश रहंदें त खुश रहबो, गम मिलदो त दुःखी रहबो… जैसे विभिन्न भजनों से भगवा न झूलेलाल की स्तुति की गई. इस दौरान उपस्थित सभी श्रद्धालुओं ने आकर्षक नृत्य व भगवान झूलेलाल के गगनभेदी जयकारों से वातावरण को भक्ति मय कर दिया. बाद में उपस्थित सभी समाजजनों व शेवाधारियों ने आरती कर पल्लव अरदास कर देश व सिंधी समाज की खुशहाली की कामना की. अंत में ताहिंरी-कुहर, रां-हलवा, गजक, पिंड खजूर व विभिन्न फलों युक्त हथ-प्रसादी व सर्दी के मौसम के दृष्टिगत बाजरे की राब भी वितरित की गई. इस दौरान दादा हेमराजमल साहब सेवा समिति के संस्थाध्यक्ष गुलशनकुमार विधानी, रामचंद्र खोतानी, भगवंती भगत, कोमल चावला, महेश खोतानी, हरीशकुमार सखरानी, कालू भगत, चीजन फतनानी, सीमा भगत, ताराचंद ओड़वानी, अशोक केवलानी, आसुदा भगत, धर्मू गुरनानी, हेमंत भगत, दिव्या भगत, नानकराम जेठानी, हार्दिक विधानी, कोमल चावला, रूकी दादी, नवीन भगत, सतीश मोनानी, हेमंत धनवानी, सतीश हेमराजानी सहित सैंकडों भक्त उपस्थित थे ।


