-बाइपास चौराहों व तिराहों पर गति अवरोधक बनना आवश्यक। यहां लापरवाही पड़ेगी महंगी।
-डयोढी नावां रोड तिराहे पर नही बने ब्रेकर। हादसों के बाद भी नही जाग रहे हैं जिम्मेदार।
जोबनेर-स्मार्ट हलचल/जोबनेर कस्बे के बाहर बाइपास रिंग रोड पर बढते यातायात दबाव व जगह जगह स्थानों पर बने चौराहे वही बिना संकेतक बोर्ड के भूलभुलैया यहां हादसों की जननी व जानलेवा बनी हुई है।, रिंग रोड के पहले फेज में जोड़ने वाली जयपुर बाईपास महलां सडक या फुलेरा माच्छरखानी चौराहा,
महलां रोड से फुलेरा रोड होकर डयोढी- नावां रोड पर चौराहों व तिराहों पर गति अवरोधकों के अभाव में यहां लगातार एक के बाद एक हादसों में लोगो की जान जा रही है, जोबनेर रिंग रोड के डयोढी नावां रोड पर तेज घुमाव व ज्यादा हैवी वाहनों के चलते यहां मोड पर बने तिराहे पर ट्रक, ट्रेलर बसे अचानक तेज घुमाव पर 90 डिग्री तक तेज गति से घूमकर रिंग रोड पर चलती है जिससे अन्य वाहन चालकों को भूलभुलैया जैसी स्थिति में वाहन अनियंत्रित होकर हादसों का रूप ले रहे हैं यहां तिराहे पर ना लाइट है ना ब्रेकर जबकी नियमों के मुताबिक यहां तिराहे के तीनों मार्गो पर वाहनों की गति नियंत्रित करने के लिए ब्रेकर बनाए जाने चाहिए थे, या तिराहे पर सर्किल बनने तो आमजन को राहत मिले वरना यहां लगातार हादसे बनते रहेंगे जिम्मेदार गहरी नींद में सोते रहेंगे। यहां बेहद जरूरी है की प्रशासन दिशा संकेतकों के साथ साथ करीबन हर चौराहों पर दो दो स्पीड ब्रेकर करीबन 20-30 फीट की दूरी पर बनवाये ताकी तेज रफ्तार वाहनों की गति को कम किया जा सके। वरना यहां फिर किसी मां का बेटा तो किसी पत्नी का सुहाग या बुढ़ापे का सहारा यहां बेमौत अकाल का ग्रास बनते रहेंगे। जिम्मेदारो से निवेदन है कृपया यहां रिंग रोड की सूध लेवे
फोटो- जयपुर फलोदी मेगा हाईवे पर जोरपुरा जोबनेर की रिंग रोड पर बना तिराहा जानलेवा साबित हो रहा है। यहां तेज घुमाव व बिना गति अवरोधकों के हादसों का हमेशा अंदेशा बना रहता है।