महावीर मूंडली
स्मार्ट हलचल/मांगरोल आज गांव मांगरोल तहसील क्षेत्र के किसान गांव बंद में अपना समर्थन देते नजर आए सब्जी, दूध और अन्य उत्पादों को शहरों में बहुत कम पहुंच पाए जिले में किसान महापंचायत ने सरकार की वादा खिलाफी के खिलाफ में बुधवार को प्रदेशभर में बंद का ऐलान किया था जिसके समर्थन में संयुक्त किसान संघर्ष समिति विधान सभा क्षेत्र अंता मांगरोल ने गांव बंद को सफल बनाने के लिए समिति संयोजक रामचंद्र मीणा जलोदा तेजाजी ने गांवों में कई बैठके कर MSP फसल खरीद गारंटी कानून को लागू करने की मांग को लेकर ग्रामीण क्षेत्र के किसानों को गांव बंद के लिए प्रेरित किया और गांव बंद की अपील की थी किसान मिडिया प्रभारी महावीर मूंडली ने बताया कि गांव बंद आंदोलन के तहत किसानों से सब्जी, दूध एवं अन्य उत्पादों को शहरों में न जाए और शहर से कोई भी उत्पाद नहीं खरीदने को लेकर किसानो ने आज गांव बंद में अपना स्वैच्छिक समर्थन एवं सहयोग किया सरकार की वादाखिलाफी के परिणाम स्वरूप गांव एमएसपी पर पीएम मोदी की गारंटी है, फिर भी किसानों को एमएसपी नहीं मिल रही है। बुधवार को गांव का उत्पाद गांव में ही रहे इसी को मद्देनजर रखते हुए आपात स्थिति को छोड़कर बस, जीप, रेल या अन्य किसी भी यातायात साधन का उपयोग जरूरत पड़ने पर ही किया गया उमाशंकर,छत्रपुरा, गंगधार भगवानपुरा, जगदीश मऊ, रामलखन मालबामोरी हरिशंकर बालूंदा, दिनेश भावगढ़, सोनू काशीपुरा, सौभाग् धाकड, सहित दर्जनों किसानों ने बताया की,कर्ज के बोझ तथा, सरकारों की गलत नीतियों के परिणाम स्वरुप, देश में हर साल हजारों की संख्या में किसान आत्महत्या तक करने को मजबूर हो रहे हैं मगर किसानों की आजीविका खेती बाडी की इस मूल समस्या पर आज तक किसी का ध्यान केंद्रित ही नहीं हो पाया,फसल खरीद गारंटी कानून एम, एस पी लागू करने हेतु 29 जनवरी को किसान संगठनों की तरफ से प्रदेश व्यापी गांव बंद आहवान किया गया और समर्थन करते हुए, बारां जिले से संयुक्त किसान संघर्ष समिति द्वारा अंता विधानसभा क्षेत्र के तकरीबन 140 गांव के किसानों से गांव बंद को सफल बनाने के लिए पूर्ण रूप से अपना योगदान दिया 29 जनवरी को किसानों द्वारा उत्पादित अपना कोई भी उत्पाद गांव के बाहर बाजारों में बेचने हेतु नहीं लाने का ऐलान किया गया था किसानों की वाजिब मांग पर गांव बंद को सफल बनाने के लिए संयुक्त किसान संघर्ष समिति के दो दर्जन ग्राम सदस्यों व 18 ग्राम पंचायत अध्यक्षों सहित गांव के, हर जागरूक किसान को अपनी वाजिब मांग के समर्थन में गांव बंद को सफल बनाने की किसानो ने अपनी जिम्मेदारी पूर्ण की