हिंदी पत्रकारिता दिवस पर सूचना केंद्र में आयोजित हुई विचार गोष्ठी, जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ एमएम पुकार, डीडीपीआर कुमार अजय सहित अधिकारी, मीडियाकर्मी रहे मौजूद
बजरंग आचार्य
चूरू।स्मार्ट हलचल|जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा के मुख्य आतिथ्य में हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर पत्रकार संघ व सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को जिला मुख्यालय स्थित सूचना केंद्र में ‘वर्तमान हिंदी पत्रकारिता की चुनौतियां’ विषय पर विचार गोष्ठी आयोजित की गई। इस अवसर पर जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा, पीडीयू मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एमएम पुकार, डीडीपीआर कुमार अजय, वरिष्ठ पत्रकार नरेन्द्र शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार देवराज लाटा, वरिष्ठ फोटो जर्नलिस्ट गिरधारी सैनी सहित मीडियाकर्मी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने कहा कि पत्रकारिता से अच्छा सामाजिक माहौल बने तथा जनहितों का संरक्षण हो। पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है। निष्पक्ष, सटीक और जनहितैषी रिपोर्टिंग ही लोकतंत्र की मजबूती की आधारशिला है। हिंदी पत्रकारिता ने स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आज के डिजिटल युग तक समाज में चेतना जागृत करने का कार्य किया है।
सुराणा ने कहा कि स्वाध्याय की आदत डालें। जनमानस में अखबार और प्रिंट मीडिया को विश्वसनीयता का मजबूत आधार माना जाता है। हम सभी इसके लिए नए कानून एवं नए नियमों, रिपोर्ट्स के बारे में जागरूक रहें तथा प्रयास करें कि सटीक, सकारात्मक और समयबद्ध जानकारी के साथ अच्छा सामाजिक माहौल बनाएं। उन्होंने कहा कि समय के साथ आधुनिक तकनीकी का समुचित उपयोग करें। जनता के विषयों को निडरता के साथ आगे रखें। एकजुट होकर पत्रकारिता एवं पत्रकारों की संरक्षण के लिए प्रयास करें।
उन्होंने कहा कि हिंदी पत्रकारिता की शुरुआत को 199 वर्ष हो गए हैं। इतने लंबे सफर के दौरान पत्रकारिता के माध्यम एवं प्रकृति में अनेकों बदलाव हुए हैं, परंतु जनहितकारी गतिविधियों के लिए पत्रकारिता की विश्वसनीयता आज भी अपनी अनूठी पहचान रखती है। आज पत्रकारिता की क्षेत्रीयता में सरलीकरण हुआ है। हमें पत्रकारिता के मूल भाव को लेकर समाज की दशा और दिशा के लिए सोचना चाहिए। अच्छा सुनने एवं पढ़ने वालों की कमी नहीं है। इसलिए हम अपनी विश्वसनीय और पारदर्शिता के लिए संकल्पित रहे।
जिला कलक्टर सुराणा ने कहा कि तकनीक ने आज सूचना संप्रेषण को बहुत आसान कर दिया है, वहीं बहुत सारी चुनौतियां भी आज मीडिया के सामने हैं। मीडिया को अपनी बुद्धिमता, वैचारिकता और परिश्रम से इन चुनौतियों का सामना करते हुए अपनी साख बनाई रखनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि मीडिया के सोशल और डिजिटल प्लेटफॉर्म डवलप होने से आज पत्रकारों के सामने अवसरों का विस्तार हुआ है और वे ज्यादा बेहतर ढंग न केवल अपनी बात रख पा रहे हैं, अपितु एक बेहतर आय भी अर्जित कर रहे हैं। उन्होंने जिला मुख्यालय पर पत्रकारों को भूखंड दिए जाने और प्रेस क्लब भवन निर्माण के अनुरोध पर नियमानुसार व सकारात्मक कार्यवाही की बात कही।
डीडीपीआर कुमार अजय ने कहा कि हिन्दी पत्रकारिता के क्षेत्र में चूरू की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। हिन्दी पत्रकारिता के शुरूआती दौर में चूरू के बजाज ब्रदर्श ने वेंकटेश्वर प्रेस की स्थापना की तथा हिन्दी पत्रकारिता को नया आयाम दिया। चूरू के पत्रकारों, साहित्यकारों ने जनहितैषी निर्णयों, स्वतंत्रता संग्राम व विभिन्न समाजसेवी गतिविधियों में अपनी उल्लेखनीय भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन व मीडियाकर्मियों के मजबूत समन्वय से सरकार के जनहितैषी निर्णयों, नीतियों व उपलब्धियों का आमजन को भरपूर लाभ मिले। हम इस दिशा में आगे बढ़े।
उन्होंने कहा कि मीडिया तकनीक का शिकार नहीं हो, अपितु तकनीक का उपयोग कर हम कैसे बेहतर परिणाम दे सकते हैं, उस दिशा में काम करना चाहिए। उन्होंने हिंदी पत्रकारिता दिवस के संदर्भ में चूरू के पत्रकारिता में योगदान पर चर्चा करते हुए कहा कि युवा पत्रकारों को भाषा और कंटेंट दोनों ही दिशा में अधिक से अधिक सीखने का प्रयास करना चाहिए।
उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा अधिस्वीकृत पत्राकारों के लिए आरजेएचएस योजना और पत्रकारों को देय मेडिकल सहायता सुविधा के बारे में जानकारी दी।
पीडीयू मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ एमएम पुकार ने कहा कि पत्रकारिता समाज को आईना दिखाने का काम है। पत्रकारिता से ही हर व्यक्ति, हर वर्ग, समाज, हर घर तक सही खबरें पहुंचती हैं। हमारा यह कर्तव्य किसी का जीवन बचा सकता है। पत्रकारिता समाज का महत्वपूर्ण भाग है। हम समाज की नकारात्मकता को देखें और उनके उन्मूलन के लिए सार्थक प्रयास करें। इसी के साथ सकारात्मक गतिविधियों का भी प्रचार-प्रसार करें।
इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र शर्मा ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता के विश्वसनीय स्वरूप के संरक्षण के लिए काम करना होगा और समाज के प्रति दायित्वों के लिए चिंतन करना चाहिए। हम राष्ट्र व समाज हित में काम करें ताकि आने वाले पीढ़ियां हमसे प्रेरणा ले। हम समाज को नई दिशा दें और पाठक वर्ग को तैयार करें। उन्होंने वर्तमान समय में मीडिया की भूमिका को रेखांकित करते हुए हिंदी पत्रकारिता के समक्ष वर्तमान चुनौतियों पर चर्चा की।
इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र सिंह शेखावत ने एकजुट रहते हुए पत्रकार और पत्रकारिता के संरक्षण की बात कही तथा गिरधारी सैनी, किशन उपाध्याय, मनोज शर्मा, अमित तिवारी, मदन दाधीच आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर राजलदेसर युवा विकास समिति की ओर से सूचना केन्द्र में एक प्रिंटर भेंट करने की घोषणा की गई।
इससे पूर्व जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा, प्राचार्य पुकार, डीडी-पीआर कुमार अजय ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मीडियाकर्मियों ने सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। संचालन कुंज बिहारी बिरमीवाला ने किया।
इस दौरान राजमेस एएओ भोमसिंह राठौड़, राजमेस के सुगनाराम, नरेश भाटी, आशीष गौतम, जमील अहमद खान, पवन शर्मा, देशदीपक किरोड़ीवाल, रवि सैन, जगदीश सोनी, देवराज लाटा, विजय चौहान, महेंद्र सोनी, विजय सारस्वत, शैलेंद्र सोनी, अख्तर मुगल, सुनील कुमार, मोहम्मद अली पठान, संजय वर्मा, नौरंग खोथ, महेंद्र सोनी, राहुल शर्मा, मदन दाधीच, विनोद सुथार, मनोज सोनी, मनोज मिश्रा, बाबूलाल राव, गजेंद्र चौहान, पवन कुमार शर्मा, नरेश पारीक, ललित चौहान, राजकुमार नायक, नरेंद्र दीक्षित, रामस्वरूप प्रजापत, गिरधारीलाल प्रजापत, रामचंद्र गोयल, अभिषेक सरोवा, मंगेज सिंह, संजय गोयल, विजय रक्षक, बजरंग मीणा आदि मौजूद रहे।