(महेन्द्र नागौरी)
भीलवाड़ा\स्मार्ट हलचल|रविवार को भीलवाड़ा मुख्यालय पर राजस्थान राज्य न्यायिक अकादमी जोधपुर के निर्देशानुसार वर्ष 2025 की प्रथम सेमिनार का आयोजन हुआ जिसमें भीलवाड़ा व बुन्दी न्यायालय के न्यायिक अधिकारियों द्वारा भाग लिया गया। वर्कशॉप का आयोजन भीलवाड़ा नगर निगम सभागार में किया गया । वर्कशॉप की अध्यक्षता माननीय न्यायमूर्ति अनूप कुमार ढांड, न्यायाधिपति राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा की गई । सेमिनार में अभय जैन, जिला एवं सेशन न्यायाधीश भीलवाड़ा,अजय शुक्ला जिला एवं सेशन न्यायाधीश बूंदी सहित भीलवाड़ा व बूँदी के सभी न्यायिक अधिकारी उपस्थित रहे।
सेमिनार में राजस्थान राज्य न्यायिक अकादमी के निर्देशानुसार पराक्रमय लिखत अधिनियम,1881के तहत त्वरित निस्तारण, अभियुक्तगण की गिरप्तारी, रिमांड, बैल के विषय के साथ साथ कोर्ट फीस एक्ट, दस्तावेजो के प्रस्तुतकरन, पर्दशन तथा विषेधग्या के विषय पर चर्चा की गई । उक्त बिंदुओं पर न्यायिक अधिकारियों द्वारा अपने विचार रखे गये , माननीय न्यायाधिपति द्वारा भी उक्त बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया । माननीय न्यायाधिपति ने उक्त विषयो पर विस्तृत चर्चा की तथा उपस्थित न्यायिक अधिकारियों का मार्गदर्शन प्रदान किया । अभय जैन, जिला एवं सेशन न्यायाधीश ने मिडयेशन फाॅर नेशन अभियान एवं इस वर्ष की तृतीय राष्ट्रीय लोक अदालत 13 सितम्बर 2025 को सफल बनाने हेतु चर्चा की एव आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
कार्रवाई के अंत में नरेंद्र सिंह मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट भीलवाड़ा ने सभी का आभार व्यक्त किया ।


