भीलवाड़ा । आसींद थाना पुलिस ओर डीएसटी टीम ने ज्वैलरी लूट प्रकरण में फरार चल रहे दो ईनामी बदमाशो को गिरफ्तार किया है । दोनो आरोपियों ने लूट के माल को खुर्द बूर्द करने में डकैतो की सहायता की थी । आसींद थाना प्रभारी हंसपाल सिंह ने बताया की इस मामले में पीछे छ महीने से फरार चल रहे आरोपी भावेश सरगरा निवासी रेलामगरा राजसमंद और तरुण उर्फ काना शर्मा निवासी रेलमगरा को गिरफ्तार किया है । दोनो पर 5- 5 हजार का ईनाम घोषित था । एसपी धर्मेंद्र सिंह के आदेश पर विशेष टीम का गठन किया गया जिसमे डीएसटी और आसींद थाना पुलिस को शामिल किया गया । 26 दिसंबर 2024 को प्रार्थी भेरूलाल सोनी निवासी लाछुड़ा ने मामला दर्ज करवाया था और बताया की उनकी रतनपुरा में सराफा की दुकान है और वह डेली लाछुडा से रतनपुरा अपडाउन करते है । चांदी सोने के आभूषण लाछुडा में बनाकर रतनपुरा रखते है । 25 तारीख को दुकान बंद कर वह अपने गांव लौट रहे थे नीच रास्ते में एक काले कलर की कार मिली जिसमे से चार लोग निकल कर आए जिन्होंने मारपीट शुरू कर दी रिवॉल्वर से धमकाया और कार के अंदर बिठा लिया उसके बाद बदमाशो ने अंगूठी चैन, 7 से 8 किलो वजनी चांदी के आभूषण और 80 ग्राम सोना बेग में थे जिसे छीन लिया जिसमे 1 लाख 80 हजार रु नकद भी थे और मोबाइल भी ले लिया । बाद में उन्हें लादूवास मलास के पास मारपीट कर छोड़कर बदमाश फरार हो गए । उक्त मामले में अलग अलग टीमों का गठन किया बदमाशो की तलाश शुरू की पूर्व में इस मामले में संलिप्त 9 आरोपियों राहुल जीनगर, विनोद तेली, प्रकाशचंद तेगर, लोकेंद्र सिंह उर्फ लक्की गुर्जर, चेतन सरगरा, ओम प्रकाश गुर्जर, गोविंद खटीक, लवलेश सोनी और नारायण लाल गुर्जर को गिरफ्तार किया था इनके अलावा अभी पकड़े गए दोनो आरोपी भावेश और तरुण उर्फ काना फरार हो गए थे जिन पर ईनाम घोषित किया था और 6 महीने बाद आखिरकार दोनो पकड़े गए । टीम में आसींद थाना प्रभारी के अलावा डीएसटी हैंड कांस्टेबल ओम प्रकाश चौधरी (विशेष योगदान), हैड कांस्टेबल प्रताप (विशेष योगदान), कांस्टेबल ऋषिकेश ( विशेष योगदान) कांस्टेबल अमृत सिंह ( विशेष योगदान), आसींद थाना कांस्टेबल महेंद्र सिंह और सुरेंद्र सिंह शामिल थे ।


