एम के सोलंकी
मंगरोप।हमीरगढ़ उपखण्ड क्षेत्र की आमलीगढ़ ग्राम पंचायत के काबरा गांव में स्थित चारागाह(गौचर)भूमि पर बड़े पैमाने पर अवैध अतिक्रमण का मामला सामने आया है।बड़ी संख्या में ग्रामीणों एवं गौसेवकों ने बुधवार को उपखंड कार्यालय पहुंचकर उक्त मामले पर त्वरित कार्रवाई की मांग को लेकर हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन दिया है।गांव के ही कुछ लोगों द्वारा जबरन गौचर भूमि पर कब्जा कर पक्के निर्माण और बाड़े बना लिए गए हैं,जिससे पशुपालकों में भारी रोष व्याप्त है।प्राप्त जानकारी के अनुसार झांतला माता मंदिर के पीछे स्थित गौचर भूमि पर अतिक्रमण कर खेतों को लगभग डेढ़-डेढ़ बीघा तक आगे बढ़ा दिया गया है।वहीं बालाजी मंदिर के पास स्थित करीब ढाई बीघा गौचर भूमि पर भी पक्के बाड़े बनाकर कब्जा कर लिया गया है।इतना ही नहीं,तालाब के समीप स्थित चारागाह भूमि पर भी अवैध निर्माण कर बाड़े बना दिए गए हैं।स्थानीय गौसेवकों ने बताया कि इस संबंध में 181 राष्ट्रीय हेल्पलाइन पर करीब छह बार शिकायत दर्ज कराई गई,लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।कार्रवाई के अभाव में अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हैं और गौचर भूमि लगातार सिमटती जा रही है।ग्रामीणों और पशुपालकों का कहना है कि गौचर भूमि पर अतिक्रमण से पशुओं के लिए चारे की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है।उन्होंने हमीरगढ़ उपखण्ड अधिकारी से मांग की है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर तत्काल अतिक्रमण हटवाया जाए और गौचर भूमि को सुरक्षित कराया जाए।ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र प्रशासनिक कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे।हमीरगढ़ एसडीएम झंवर मित्तल ने मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को फोन पर उक्त मामले की जांच के निर्देश दिए है उन्होंने ग्रामीणों एवं गौसेवकों को आश्वस्त करते हुए कहां है कि उपखण्ड क्षेत्र में किसी भी तरह की असंवैधानिक गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा उनपर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।


