धौलाई वाले बाबा का उर्स कुल व रंग की रस्म के साथ सम्पन्न,
नम आंखों जायरीन हुए विदा,
मुल्क में अमन चैन खुशहाली की दुआ
क़ाछोला हजरत निजामुद्दीन निजामी के उर्स पर पढ़े सूफियाना कलाम
क़ाछोला 2अगस्त–स्मार्ट हलचल/कस्बे में हजरत निजामुद्दीन निजामी धौलाई वाले बाबा की दरगाह पर उर्स मुबारक मौके पर हजरत निजामुद्दीन निजामी की दरगाह पर कुल व रंग की रस्म के साथ सम्पन्न हुए।कुल की रस्म में सैकड़ो अकीदतमंदों ने नम आंखों से इसमें शिरकत कर ग़ुस्ल में शरीक होकर हाजिरी लगाई व बेंगू से आये कव्वाल अनवर भाई ने हुजूर की शान में,मौला अली,व आका हुसैन की शान में,ख्वाजा की शान में, धौलाई वाले बाबा की शान में नातिया व सूफियाना कलाम पेश किए और कौमी एकता को लेकर कव्वाली पेश की।और में तो नाम जपु अली अली का,अली से हूँ वाबस्ता,,,वो दुआ में हाथ उठाले मेरे पीर आ गए है,सकी तेरी आँखों ने मस्ताना बना डाला,ये तो ख्वाजा का करम है,हक हुसैन मोला हुसैन,हक सैलानी या सैलानी,दूल्हा बना है ख्वाजा,मेरे पीर के चेहरे पे सरकार नजर आते है,मेरी जिंदगी बनाने मेरे पीर आ गए है,में तो रूबरू ऐ यार,धौलाई वाले बाबा के शादी रची है,बेखुद किये देते है,अंदाज ए हिजा बाना, क़ाछोला नगरिया में धूम मची है,धोलाई वाले बाबा की शादी रची है, सहित कौमी एकता कव्वाली में जायरीन झूम उठे। वही अनवर भाई ने अमीर खुशरो के लिखे आज रंग है ऐ माँ रंग है री मेरे धौलाई वाले बाबा के घर रंग है,,पढा तो जायरीन बाबा की अकीदत के रंग में रंग गए। कुल की रस्म में पेश इमाम मौलाना मोहम्मद शाह आलम व हाफिज गुलाम मुस्तफा ने कलाम पाक की तिलावत व फातिहा पेश की व जायरीनों ने चादर शरीफ पेश कर मुल्क व सूबे में अमन,चैन,खुशहाली,प्रगति,उन्नति,कामयाबी के साथ अच्छी सेहत,महामारी से निजात के साथ आपसी भाईचारा साम्प्रदायिक सौहार्द को लेकर दुआ की।वही दूर दूर से आये जायरीनों ने अपने व अपने परिवार की कामयाबी,कर्ज,मर्ज से निजात की दुआ की। व कुल के छींटे लिए लंगर व तबर्रुक पेश किए दरगाह व उर्स कमेटी सदर हाजी शरीफ मोहम्मद मंसूरी की सदारत में फूलों की चादर शरीफ,इत्र,गुलाब के फूल पेश की ।कुल व रंग की रस्म के दौरान थाना प्रभारी श्रद्धा पचौरी ,आम मुस्लिम सदर व उर्स कमेटी सदर हाजी शरीफ मोहम्मद मंसूरी, मोहम्मद शाबिर रँगरेज,सेकेट्री बाबू मेवाती,खजांची मोहम्मद यूनुस रँगरेज,,कमालुद्दीन रँगरेज,हाजी रमजान अली बिसायती,मुबारिक हुसैन मंसूरी,रफ़ीक़ मंसुरी,पीर मोहम्मद मंसुरी,अकरम मोहम्मद मंसूरी,सरवर खान कायमखानी,,बाबू मोहम्मद शाह,मुबारिक रँगरेज,असलम रँगरेज,फिरोज मेवाती, सादाब रँगरेज,गोलू पठान,शाहरुख मंसूरी,सहित आदि मौजूद थे।
किया स्वागत-काछोला दरगाह व उर्स कमेटी सदर के लिए वापस हाजी शरीफ मोहम्मद मंसुरी को मुस्लिम जनों ने दस्तारबंदी कर स्वागत किया और अगले वर्ष के लिए पुनः चुना गया।