विक्रम सिंह
काछोला। “ए भाई, ज़रा देख के चलना…” — यह चेतावनी अब मज़ाक नहीं, बल्कि काछोला से राजगढ़ मार्ग पर सफर करने वालों की मजबूरी बन चुकी है सड़क की हालत इतनी खस्ता हो चुकी है कि जगह-जगह गहरे खड्डे, दोनों ओर बबूल के पेड़, और किनारों पर गहरी खाईयां किसी बड़े हादसे का इंतज़ार करती दिख रही हैं ग्रामीणों ने बताया कि इस मार्ग पर चलना अब डर के साए में जीने जैसा हो गया है। कई बार अधिकारियों को ज्ञापन और शिकायतें दी गईं, लेकिन अब तक किसी ने सुध नहीं ली स्थिति यह है कि बरसात के बाद से सड़क पर गड्ढों का जाल बिछ गया है और कहीं-कहीं सड़क पूरी तरह गायब सी लगती है ग्रामीण भगवान मंत्री का कहना है कि यह मार्ग स्कूल जाने वाले बच्चों, किसानों और रोज़मर्रा के यात्रियों के लिए मुख्य जीवन रेखा है, लेकिन मांडलगढ़ सार्वजनिक निर्माण विभाग की लापरवाही ने इसे हादसों का रास्ता बना दिया है लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द सड़क मरम्मत कार्य शुरू नहीं हुआ, तो वे विभाग के खिलाफ आंदोलन करने को मजबूर होंगे ग्रामीणों की मांग है कि इस सड़क का तुरंत चौड़ाईकरण खाईयो को भरा जाए ताकि हादसों पर रोक लग सके और आमजन को राहत मिले


