बिजोलिया : वृद्धावन धाम की साध्वी सुहृदय गिरी ने मंगलवार को कस्बे के नेशनल हाइवे 27 स्थित श्री जी रिसोर्ट में आयोजित श्री मद्र भागवत कथा के पहले दिन भागवत कथा के महत्व को समझाया । इस दौरान साध्वी सुहृदय गिरी ने कहा कि सत्य ज्ञान और प्रकाश स्वरूप परमात्मा है , सारे समय तो हम अपने कल्याण के लिए कर्म करते हैं पर जब हमारे मन के अंदर लोक कल्याण की भावना जागृत होती है और तब लोक कल्याण के लिए भागवत कथा कराते है , इस दौरान भागवत कथा कराने वाला व्यक्ति संत बन जाता है । भागवत कथा में परमात्मा कृपा करते हैं , दृश्य अदृश्य देवी देवता सभी विराजमान होते हैं जहां भागवत की कथा होती है , वहाँ भक्ति ज्ञान जाग्रत होती है , भूमि पवित्र हो जाती है भागवत की शरण में आते ही सभी अविकार दूर होने लग जाते हैं। साध्वी गिरी ने इस दौरान श्रीमद् भागवत को सुनने के तीन प्रकार अलौकिक , चमत्कारी एवं आध्यात्मिक बताए । अलौकिक कथा वो कथा है , जिसमे चमत्कार की दृष्टि से भगवान द्वारा किए गए चमत्कार को हम हमारी छोटी सी बुद्धि में समाहित करते है और आज के युग के अनुसार हम उसे अचंभित करने वाले तरीके से देखते है । चमत्कारिक कथा वो होती है जो हम शरीर के द्वारा सुनते हैं और भगवान के जन्म , लीलाओ को दृष्टि से देखते है । वही आध्यात्मिक कथा वो कथा है जब हमारा चित्त पवित्र हो जाता है तब हमें चमत्कार , भगवान का जन्म और भगवान का अवतार भी समझ में आता है । इसीलिए हमेशा कहते हैं चिंतन करो और स्वयं को चिंतन कर पहचानो की मैं क्यों आया हूं इस धरती पर , मेरे जीवन का क्या उद्देश्य है । कथा के पहले दिन भगवान श्री कृष्ण की आकर्षक झाकी भी सजाई गई और कथा समाप्ति के साथ श्रदालुओं द्वारा आरती करने के बाद प्रसाद वितरण हुआ । कार्यक्रम का आयोजन ऋतुराज पांडे एवं परिवार द्वारा कराया जा रहा है ।