भीलवाड़ा । भीलवाड़ा के दधीचि आश्रम(विश्वेश्वर तिवाड़ी दाधीच भवन) में आज श्री मद्भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। दीपक शर्मा ने बताया की देवरिया बालाजी से दधीचि आश्रम तक प्रातः 51 कलशों के साथ श्री मद्भागवत की शोभायात्रा धूमधाम से निकाली गई,शोभायात्रा में महिलाओं ने चुनड़ी की साड़ी पहन कर ओर कलशों को सिर पर रख कर भजन गाती ओर नाचती चल रही थी। आयोजक किरण शर्मा ने भागवताचार्य हिमांशु भाई जी महाराज श्री धाम वृन्दावन का स्वागत सत्कार किया। कथा 17 मई से 23 मई तक प्रतिदिन 1 बजे से 5 बजे तक चलेगी। बैसाख मास के अवसर पर सात दिवसीय संगीतमय भागवत कथा का शुभारंभ शुक्रवार को दधीचि आश्रम में किया गया।भागवताचार्य हिमांशु भाई जी महाराज श्री धाम वृन्दावन ने पहले दिन भागवत कथा का महत्व बताते हुए कहा कि मृत्यु को जानने से मृत्यु का भय मन से मिट जाता है, जिस प्रकार परीक्षित ने भागवत कथा का श्रवण कर अभय को प्राप्त किया, वैसे ही भागवत जीव को अभय बना देती है। महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा परमात्मा का अक्षर स्वरूप है। यह परमहंसों की संहिता है, भागवत कथा हृदय को जागृत कर मुक्ति का मार्ग दिखाता है। बैसाख मास में इसके श्रवण का महत्व है। भागवत कथा भगवान के प्रति अनुराग उत्पन्न करती है। यह ग्रंथ वेद, उपनिषद का सार रूपी फल है। यह कथा रूपी अमृत देवताओं को भी दुर्लभ है। रात्रि को भी कार्यक्रम रहेंगे 18 मई को सुंदरकांड पाठ सालासर सत्संग मंडल द्वारा 19 से 21 नानी बाईं को मायरो साध्वी पदमा जी की मधुर वाणी से 22 मई को भजन संध्या आकृति मिश्रा द्वारा इस अवसर पर महेश शर्मा,प्रदीप शर्मा,प्रभाकर,पीयूष,गिरीश,लोकेश पाटोदिया,हेमलता,चंचल,ललिता,इंदिरा,सुनीता,रेखा,गायत्री जोनु अनेक भक्तगण उपस्थित रहे ।