सवाईपुर ( सांवर वैष्णव ):- कस्बे के निकटवर्ती बड़लियास गांव में बालाजी की बगीची में सात दिवसीय संगीतमय में शिव महापुराण कथा की शुरुआत मंगलवार को कलश यात्रा के साथ हुई, जिसमें 21 महिलाओं ने सिर पर कलश धारण किये, संत घनश्याम वैष्णव महाराज के मुखारविंद से कथा का वाचन किया जाएगा, आज मंगलवार 17 जून से सोमवार 23 जून तक प्रातः 11:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक शिव महापुराण कथा का वाचन किया जाएगा । मंगलवार प्रातः 8:15 बजे भगवान श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर से गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा प्रारंभ हुई, जो गांव के विभिन्न मार्गो से होते हुए बालाजी की बगीची में पहुंची, जहा कथा स्थल खड़ेश्वरजी महाराज तपों भूमि पहुंची, विधि-विधान से शिव महापुराण की पूजन अर्चना कर कलश व पोथी को विराज मान किया गया । कथा व्यास घनश्याम वैष्णव महाराज श्री रामधाम बालाजी सरकार अरनिया धारडी जिला नीमच से पधारे अपने प्रवचन में गणेश वंदना व गुरु कृपा को ह्रदय में धारण कर इष्टदेव स्थानीय देवों का ध्यान कर दशा दिशाओं के नौ नमन कर कथा में श्रद्धालु को नेमीसारण्य तीर्थ में अट्ठासी ऋषियों ने सूत जी महाराज से शिव महापुराण कथा सुनने की इच्छा की तो श्री शिवमहापुराण में देवराज ब्राह्मण द्वारा प्रयाग राज में शिव कथा की महिमा सुनाई ओर शिवधाम मिला, कथा में वाष्कल नगर में विंदुग नामधारी का आदि उम्र में शरीर छोड़ना प्रेत योनि में जाना ओए, चँचुला विंध्य नामधारी की धर्म पत्नी द्वारा शिव जी के सोलहा वस्तुओं से पूजा अर्चना करना और मृत्युपरांत शिव धाम में सखी बनना ओर प्रेत योनि से उद्धार करना, तुम्बरु जी द्वारा शिव कथा गान किया गया । कथा में शिव शंकर भोले भाले डमरू वाले मेरी लाज रखो जैसे भजन भी सुनाए गए, जिस पर भक्तगण भाव विभोर होकर नाचने झूमने लगे । हर हर महादेव जय भोले राम राम का महत्व भी बताया ।।